Skip to main content

Posts

Showing posts from March, 2022

Chaitra Navratri 2022 - चैत्र नवरात्रि से जुड़ी सभी आवश्यक जानकारी

  Chaitra Navratri: भारत वर्ष में चैत्र महीने का अपने विशेष महत्व है। इसी महीने में बहुत सारे व्रत - त्योहार मनाए जाते हैं। चैत्र महीने में ही सम्पूर्ण भारत देश में मनाया जाने वाला " चैत्र महीने की नवरात्रि पर्व " का प्रारम्भ होता है। शुक्‍ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन से नवरात्रि की शुरुआत होती हैं और इसी दिन घट स्‍थापना भी की जाती है। इस दिन से ही हिन्दुओं के नववर्ष की शुरुआत होती है। हिंदू पंचांग/ Hindu Panchang के अनुसार चैत्र का महीना साल का पहला माह होता है। हिन्दू शास्त्रों के अनुसार भगवान ब्रह्मा ने चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से ही सृष्टि की रचना प्रारम्भ की थी। वहीं चैत्र महीने से ही नए संवत का भी प्रारंभ हो जाता है और 1 अप्रैल 2022 में अमावस्या के साथ संवत 2028 समाप्त हो जाएगा इसके बाद चैत्र नवरात्रि के साथ संवत 2029 शुरू होगा। चैत्र माह में कई प्रमुख व्रत - त्योहार पड़ रहे हैं। इस माह चैत्र नवरात्रि के अलावा गुड़ी पड़वा , राम नवमी, एकादशी सहित सभी महत्वपूर्ण त्योहार आ रहे हैं। आइये विस्तार से जानते चैत्र नवरात्रि के बारे में, चैत्र नवरात्रि कब ह...

Budhaditya Yoga - इन राशियों को नौकरी में मिलेगा जबरदस्त लाभ

Budhaditya Yoga in Pisces: बुध ग्रह गोचर का असर सभी राशियों पर पड़ेगा। बुध मीन राशि में प्रवेश/ Mercury Enter in Pisces करने जा रहा है । मीन राशि में सूर्य/ Sun in Pisces पहले से ही विराजमान है। बुध और सूर्य की युति/ Sun and Mercury Conjunction से होगा। मीन राशि में बुधादित्य योग का निर्माण। जानिए बुध के राशि परिवर्तन से राशियों को होगा लाभ वृषभ राशि आर्थिक स्थिति में होगा सुधार व्यापारियों के लिए भी ये समय शुभ होगा नौकरी में लाभ ( Success in Job as per birth chart ) प्राप्त करने के कई अवसर प्राप्त होंगे प्रेम संबंधों के लिए समय शुभ होगा वृश्चिक राशि नौकरीपेशा लोगों के लिए ये समय अनुकूल होगा सैलरी में बढ़ोतरी हो सकती है व्यापारियों के लिए भी ये समय शुभ होगा पुराने निवेश से इस अवधि में अच्छा लाभ प्राप्त हो सकता है धनु राशि कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी आपकी कार्यो का सराहना हो सकती है नौकरी में पदोन्नति ( Job Promotion by Vedic Astrology ) होने की संभावना है व्यवसाय कर रहे लोगों के लिए ये समय अनुकूल होगी मान-प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होगी यदि आप अपनि राशि में बुधादित्य योग / B...

Love Marriage- love marriage yoga in kundli

नमस्कार मैं हूँ डॉ विनय बजरंगी , आज फिर विवाह पर ही बात करूँगा और बात होगी प्रेम विवाह पर - "क्या प्रेम विवाह ही हैं सुख की कुंजी" और हाँ सबसे पहले यह जान लें कि मैं प्रेम विवाह /Love marriage का विरोधी नहीं हूँ वल्कि सही पूछे तो मैं उसका पक्ष धर ही हूँ - कैसे , इस वीडियो के माध्यम से आपको बतलाता हूँ ? WATCH MY VIDEOS ➤ प्रेम विवाह के बाद भी अड़चन होगी दूर - https://youtu.be/B4QM2Eiyr3k ➤ मन का मीत जब होगा मन से विपरीत | प्यार में दूरियां - https://youtu.be/ZGHaIxng3N0 ➤ कैसे बचें विवाह में देरी से - https://youtu.be/Zbr42nSeqk8 ➤ कैसे करें कुंडली मिलान - https://youtu.be/GiknUPekHoI ➤ कैसे बनेंगे विवाह के योग - https://youtu.be/n1_6swj-U4U ➤ ग्रहस्थ जीवन से ठीक करें व्यवसायिक जीवन - https://youtu.be/4GxHxAZG4YQ ➤ Matching of charts for marriages - https://youtu.be/0uuA4hD9KCc

Can Nadi Dosha Be Removed After Marriage?

 Nadi koota is a part of ashtakoot gun Milan with an allotted 8 points in the system. It is an important determinant of compatibility in the marriage matching process.  What is Nadi dosha ? There are three nadis as per Vedic astrology, adi Nadi, Madhya Nadi, and anthia Nadi. The entire series of stars in the cosmos has been categorized under these three nadis. Each Nadi has sway over nine nakshatras in its set. Adi Nadi nakshatras include Ashwini, Ardra, punarvasu, Uttara Phalguna, Hasta, Jyeshta, moola, shatabhisha, poorvabhadrapada. Madhya Nadi stars are Bharani, mrigashira, purvaphalguni, pushya, Chitta, Anuradha, Purva Shada, Uttara, dhanishtha, Uttara Bhadrapada. Rohini, ashlesha, makha, Swati, Visakha, uttarashadha, Sravana, revati belong to antya Nadi. Nadi is important for ashtakoot gun Milan. Nadi dosha is formed when the couple shares the same Nadi, in which case, the score dips to zero out of eight. If the couple has different nadis, the score would be...

Chaitra Navrtrai - इस नवरात्रि बन रहे हैं तबाही के योग

Chaitra Navratri 2022 : चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल 2022 से शुरू होने जा रही हैं, जो 11 अप्रैल तक चलेंगी. इस साल की नवरात्रि पूरे 9 दिन की हैं और एक भी तिथि का क्षय नहीं हो रहा है. इस तरह पूरे 9 दिन के व्रत रखे जाएंगे और मां की पूजा-उपासना की जाएगी. नवरात्रि में तिथि का क्षय न होना शुभ माना जाता है. इसके अलावा इन नवरात्रि के दौरान 2 बड़े परिवर्तन भी हो रहे हैं, जो कि बहुत शुभ हैं. हालांकि मां दुर्गा की सवारी अनहोनी की ओर इशारा कर रही है. घोड़े पर सवार होकर आएंगी मां इस बार मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं और भैंसे पर सवार होकर प्रस्‍थान करेंगी. इन दोनों ही वाहनों को अच्‍छा नहीं माना गया है. यह देश में विवाद, तनाव, दुर्घटनाओं और प्राकृतिक आपदाओं की ओर संकेत कर रहे हैं. ऐसे में 9 दिन तक मां दुर्गा की पूरी भक्ति भाव से आराधना करें इससे अशुभ फल में कमी आ सकती है. 2 ग्रह बदलेंगे राशि चैत्र नवरात्रि में 2 अहम ग्रह राशि बदलने जा रहे हैं. इन 9 दिनों के दौरान मंगल और बुध ग्रह राशि बदलेंगे. वहीं शनि देव मकर राशि में/ Saturn in Capricorn , रहकर पराक्रम में वृद्धि करेंगे. इसके अलावा नवरात्रि ...

Effect of Guru Mangal Yoga In Natal Chart!

Life is all about experiences and none of us can expect life to be always good or always bad. The tough time makes us strong; however the good time balances us to deal with every situation positively. But why do we have to face ups and downs in life? The answer might be there with astrology.  Yes, there are certain Yogas in our natal chart that influence the occurrence and happenings of our life. In different Yogas in horoscope, Guru Mangal Yoga is one of the most effective Yogas that affects us in a particular way and here you will learn all about this yoga in Natal Chart.    Guru Mangal Yoga In Natal Chart –  When we emphasise on Guru Mangal Yoga, the first impression comes to our mind is correlation between 2 Grahas – Guru and Mangal (Jupiter with Mercury). There are numerous stories of hard work and success revolving around famous personalities which are impacted by Guru Mangal Yoga and are a source of inspiration for many.  The powerful effects of ...

Budhaditya Yoga - क्या होता है बुधादित्य योग?

Budhaditya Yoga: सूर्य और बुध की युति/ Sun-Mercury Conjunction से बनता है बुधादित्य योग। सूर्य को संस्कृत में आदित्य कहते हैं। बुध का संबंध बुद्धि से होने के कारण। सूर्य आत्मा का और बुद्ध ज्ञान व शिक्षा का कारक है। कुंडली/ Kundli में सूर्य और बुध बनाते हैं बुधादित्य योग। इसलिए यह योग व्यक्ति को बनाता है ज्ञानी बुधादित्य योग का प्रभाव/ Effects of Budhaditya Yoga इस योग के कारण होता है अनेक विषयों का ज्ञान उत्तम बुद्धिमता व उच्च शिक्षा प्रदान करता है उत्तम स्मरण शक्ति देता है. जीवन के महत्वपूर्ण फैसले आप सरलता से ले पाते हैं आप और आपके पिता को मिल सकती है बिजनेस में सफलता उच्च पद, मान-सम्मान व ख्याति प्रदान करता है यदि आप अपनि राशि का दैनिक राशिफल / Daily Horoscope पढना चाहते है तो इस लिंक पर क्लिक करें।

Is your moon placed in its best house of your horoscope?

The moon is an important planet in Vedic astrology and is considered as queen in the planetary cabinet. The moon signifies our mind and emotions and thus can’t be overlooked. Moon is responsible for creating several good and bad yogas in Astrology bringing auspicious and inauspicious results respectively to the native. A malefic or negative Moon gives difficulties to mother, problems related to finance and property, school education, marriage, and peace of mind. The gemstone for the moon is pearl or moti and it rules the northwest direction. Moon doesn’t share inimical relations with any planet but Mercury treats the moon as its enemy. It brings varied results in different houses of the natal chart. No planet is bad in any house and the nature of results depends upon the planet's strength, its association with other planets, its placement in a particular sign etc.   The moon rules the fourth house of the natural zodiac and is the lord of sign Cancer in astrology. It gets exa...