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Putrada Ekadashi 2023 - 2 जनवरी साल की पहली पुत्रदा एकादशी

Ekadashi Vrat 2023 : पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है पुत्रदा एकादशी/ Putrada Ekadashi इस वर्ष 02 जनवरी को रखा जाएगा पुत्रदा एकादशी का व्रत। एकादशी तिथि प्रारंभ: 01 जनवरी, शाम 07:12 से एकादशी तिथि समाप्त : 02 जनवरी, रात्रि 08:23 तक पुत्रदा एकादशी शुभ पूजा मुहूर्त: 02 जनवरी, प्रातः 07:10 से सुबह 08:32 तक पुत्रदा एकादशी पारण मुहूर्त : 03 जनवरी, प्रातः 07:14 से सुबह 09:19 तक इस शुभ दिन पर श्री लक्ष्मी-नारायण की करी जाती है पूजा। निसंतान दंपतियों को उत्तम संतान सुख प्रदान करती है ये एकादशी। इस व्रत को रखने से पूर्ण होती है पुत्र प्राप्ति की मनोकामना। इस दिन संतान गोपाल स्तोत्र का पाठ करना होता है बेहद कल्याणकारी।   इस एकादशी का व्रत/ Vrat रखने से दूर होती है आर्थिक समस्याएं।    इस एकादशी का व्रत रखने से बढ़ता है सुख-सौभाग्य। इस एकादशी का व्रत रखने से होता है समस्त पापों का नाश यदि आप अन्य किसी व्रत या त्योहार की शुभ पुजा मुहुर्त जानने के लिए आज क पंचांग/ Today's Panchang पढे या अपनी राशि का वार्षिक राशिफल 2023/ Yearly Horoscope 2023 पढने के लिए यहा क्लिक

Utpanna Ekadashi - उत्पन्ना एकादशी जानें शुभ मुहूर्त और कथा

Ekadashi Vrat:   मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी कहलाती है उत्पन्ना एकादशी। इस वर्ष 20 नवंबर को मनाई जाएगी उत्पन्ना एकादशी/ Utpanna Ekadashi एकादशी तिथि प्रारंभ: 19 नवंबर, सुबह 10:30 से एकादशी तिथि समाप्त: 20 नवंबर, सुबह 10:41 तक उत्पन्ना एकादशी शुभ पूजा मुहूर्त: 20 नवंबर, प्रातः 09:27 से दोपहर 12:07 तक उत्पन्ना एकादशी पारण मुहूर्त: 21 नवंबर, प्रातः 06:48 से सुबह 08:56 तक इस शुभ दिन पर की जाती भगवान श्रीकृष्ण की पूजा निर्जला या फलाहार रूप में रखा जाता है ये व्रत इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को विभिन्न फलों का लगाया जाता है भोग निसंतान दंपतियों के लिए एक वरदान है ये व्रत/ Vrat इस व्रत को रखने से दूर होती है आर्थिक समस्याएं। इस व्रत को रखने से होता है पापों का नाश. इस व्रत को रखने से बढ़ता है दाम्पत्य प्रेम यदि आप अन्य किसी व्रत व त्योहार की पुजा शुभ मुहुर्त जानना चाहते है तो आज का पंचांग/ Today's Panchnag या अपनी राशि का दैनिक राशिफल/ Daily Horoscope पढने के लिए यहा क्लिक करें।

Why do we fast in Ekadashi?

The fast of Ekadashi is one of the most popular fasts in Hindu culture. Ekadashi fast is a way to purify our soul and get ready to attain our actuality through Moksha. With this holy practice, we can get away from the effects of malefic planetary Yoga and find true happiness. Though this fast can be observed with all Hindus, yet it is mainly preferred by the ones who keep faith in Lord Vishnu. This fast is observed on the eleventh lunar day from the Hindu calendar month’s lunar cycle.   Ekadashi fast & its significance – This fast is dedicated to Vishnu Ji – Hindu Lord and is a great and proven ritualistic practice to cleanse our body and soul. As per Hinduism, the Lunar phase has two different phases in which one is called Krishna Paksha, and another is termed as Shukla Paksha. Each paksha has 14 days. The 11th day of a Paksha is termed as Ekadashi. On this day, people in the Hindu religion prefer fasting/Vrat, and this fasting is called Ekadashi Fast . Not just in India but