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Chandra Grahan 2023: चंद्र ग्रहण से इन राशियों को होगा लाभ

Lunar eclipse 2023 : इस साल शरद पूर्णिमा के दिन यानी 28 अक्टूबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है। यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा और यह ग्रहण 28 अक्टूबर को देर रात 01:05 मिनट से शुरू होगा और 29 अक्टूबर को 02:24 मिनट पर समाप्त होगा। इस बार चंद्र ग्रहण मेष राशि/Aries Horoscope में लगने वाला है और इस दिन गजकेसरी योग के साथ रवि योग, बुधादित्य योग , शश योग और सिद्धि योग भी लगने जा रहा है। चंद्र ग्रहण लगने से कुछ राशियों पर अशुभ तो कुछ राशियों पर शुभ प्रभाव देखने को मिलेगा। आइए जानते हैं चंद्र ग्रहण किन राशियों के लिए शुभ लाभदायक रहेगा मेष राशि धन लाभ होने की पूरी संभावना है लंबे समय से अटके हुए काम जल्द पूरे होंगे स्वास्थ्य को लेकर कुछ परेशानियां हो सकती हैं/ Health Prediction using horoscope आपको अधिक परिश्रम करना पड सकता है वृषभ राशि बिजनेस में आप नए ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकते हैं आपके खर्चों में बढ़ोतरी होगी/ Finance Horoscope 2024 करियर में तरक्की के शुभ संयोग बन रहे हैं आपको पुराने कर्जों से मुक्ति मिलेगी मिथुन राशि व्यवसाय में लाभ के योग बन रहें हैं इस दौरान आप

Rath Yatra 2023: भगवान जगन्नाथ जी हर साल क्यों पड़ जाते हैं बीमार

Jagannath Rath Yatra : जगत के पालनहार भगवान जगन्नाथ हुए बीमार, जानिए कब देंगे अपने भक्तों को दर्शन भगवान जगन्नाथ जी की रथ यात्रा आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन निकाली जाती है। इस वर्ष 20 जून 2023 मंगलवार को निकाली जाएगी रथ यात्रा ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा/ Purnima तिथि के दिन भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और बड़े भाई बलभद्र को गर्भगृह से बाहर लाया जाता है और उन्हें सहस्त्र स्नान कराया जाता है। जिसके बाद वे बीमार पड़ जाते हैं, जिस कारण वें 15 दिनों तक शयन कक्ष में विश्राम करते हैं। इस दौरान न मंदिर की घंटी बजती है, और न भक्त दर्शन कर पाते हैं। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन भगवान जगन्नाथ अपनी बहन सुभद्रा और बड़े भाई बलभद्र के साथ विश्राम कक्ष से बाहर निकलते हैं और इसी दिन भव्य रथ यात्रा निकाली जाती है। पुरी रथयात्रा/Puri Rath Yatra में बलराम, श्रीकृष्ण और देवी सुभद्रा के लिए तीन अलग-अलग रथ निर्मित किए जाते हैं और यात्रा के दौरान रथ पर सवार होकर भगवान जगन्नाथ मौसी के घर गुंडिचा जाते हैं। हिंदू पंचांग/ Panchang के अनुसार, आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि