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Yogini Ekadashi के दिन घर लाएं ये 3 चीजें नहीं होगी धन की कमी

Yogini Ekadashi 2023 : आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है योगिनी एकादशी। इस वर्ष 14 जून को रखा जाएगा योगिनी एकादशी का व्रत/ Ekadashi Vrat एकादशी तिथि प्रारंभ : 13 जून 2023 सुबह 09:28 से एकादशी तिथि समाप्त : 14 जून 2023 सुबह 08:48 तक व्रत पारण का समय : 15 जून 2023 सुबह 08:32 पर इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है योगीनी एकादशी का व्रत करने से 88 हज़ार ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है इस दिन हंस या सफेद हाथी की प्रतिमा या बांसुरी घर लाएं यदि आप किसी अन्य व्रत व त्योहार की जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आज का पंचांग/ Today's Panchang पढे या अपनी राशि का दैनिक राशिफल/ Daily Horoscope पढने के लिए यहा क्लिक करें।

भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है पोला पर्व

Pola 2022:   भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि/ Amavasya Date 2022 को मनाया जाता है पोला पर्व। इस वर्ष 27 अगस्त को मनाया जाएगा पोला। बैल पोला के नाम से भी प्रसिद्ध है ये पर्व। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक व छत्तीसगढ़ में विशेष रूप से मनाया जाता है ये पर्व। इस दिन कृषक करते हैं गाय व बैलों की पूजा। इस शुभ दिन पर छोटे बच्चे मिट्टी के बैलों का करते हैं पूजन इस दिन बैलों को सजाकर उनकी प्रतियोगिताओं का किया जाता है आयोजन इस दिन बैलों को सजाकर उनकी प्रतियोगिताओं का किया जाता है आयोजन इस शुभ दिन पर स्त्रियां संतान की दीर्घायु के लिए करती है पशुओं की पूजा इस दिन कई स्थानों पर होता है बैल दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन महाराष्ट्रीयन परिवारों में पोला पर्व/ Pola Festival पर घर-घर में बनाई जाती है पूरनपोली व खीर इस शुभ दिन पर गौ माता व बैलों को भी खिलाए जाते हैं ये विशेष व्यंजन इस दिन कई स्थानों पर पशुओं को सजाकर निकाली जाती है रैलियां यदि आप पोला पर्व का महत्तव और पुजा विधि जानना चाहते है तो आज का पंचांग/ Today's Panchang देखे या अपनी राशि का दैनिक राशफल / Daily Horoscope पढने के ल

Vaishakh Purnima - वैशाख पूर्णिमा को क्यों कहते है बौद्ध पुर्णिमा

Purnima 2022 : वैशाख माह के शुक्ल पक्ष को आती है वैशाखी पूर्णिमा। 16 मई को मनाई जाएगी वैशाखी पूर्णिमा/ Vaishakh Purnima अत्यंत पवित्र व शुभ फलदायी होती है वैशाख पूर्णिमा। इस दिन का बौद्ध धर्म में है बहुत अधिक महत्व। इस दिन हुआ बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा बुद्ध का जन्म। इसलिए बुद्ध पूर्णिमा/ Buddha Purnima के नाम से भी प्रसिद्ध है यह शुभ दिन। पिछले एक माह से प्रारंभ वैशाख स्नान इस पर्व पर होगा समाप्त। पवित्र नदियों में स्नान के लिए यह दिन है बेहद ख़ास। इस दिन दान-पुण्य से करने से बढ़ती है सुख-शांति। इस दिन पितरों के निमित्त पूजा व तर्पण करने से मिटेगा पितृ दोष/ Pitra Dosh Calculator इस दिन भगवान विष्णु की पूजा से कटेंगे अनजाने पाप। इस दिन पूजा-अर्चना से मिलेगा अनंत कोटि पुण्य फल यदि आप अपनि राशि का दैनिक राशिफल / Daily Horoscope पढना चाहते है तो इस लिंक पर करें।

Akshaya Tritiya 2022: अक्षय तृतीया अवसर पर धातु खरीदना होता है शुभ

Akshaya Tritiya: इस साल अक्षय तृतीया 03 मई को मनाया जाऐगा। अक्षय तृतीया के दिन सोना-चांदी या फिर कोई अन्य धातु की वस्तुएं खरीदने की परंपरा है। इसके पीछे मान्यता है कि इनको खरीदकर घर लाने से माता लक्ष्मी का घर में वास होता है। इस दिन आई माँ लक्ष्मी या धन-सं​पत्ति अक्षय होता है, उसमें कभी कमी या क्षय नहीं होता है। अक्षय तृतीया / Akshaya Tritiya के दिन आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होता है, नहीं तो माता लक्ष्मी आप से नाराज हो सकती हैं। इससे आपको धन हानि या आर्थिक तंगहाली का सामना भी करना पड़ सकता है। 1. अक्षय तृतीया के अवसर पर सोना, चांदी या इसके आभूषण खरीदकर घर लाऐ। ऐसा करने से घर में माता लक्ष्मी आती हैं, जिससे उनकी कृपा बनी रहती है। 2. अक्षय तृतीया पर आप सोना या चांदी नहीं खरीद सकते हैं, तो अपनी राशि के अनुसार शुभ धातु की खरीदारी करें। इससे भी माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। 3. अक्षय तृतीया के दिन आप सोना, चांदी या धातु नहीं खरीद सकते हैं तो जौ खरिदे। य​ह आपके जीवन में सुख, समृद्धि एवं सौभाग्य प्रदान करेगा। 4. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने की परंपरा है। भगवान विष्णु के साथ माँ

Akshaya Tritiya - अक्षय तृतीया पर करें यह काम होगा धन लाभ

Akshaya Tritiya 2022 : अक्षय तृतीया पर करें यह काम, जमकर होगी धन वर्षा। वैशाख शुक्ल तृतीया को मनाई जाती है अक्षय तृतीया। इस वर्ष 3 मई को मनाई जाएगी अक्षय तृतीया। आखा तीज के नाम से भी प्रसिद्ध है अक्षय तृतीया। अक्षय तृतीया शुभ पूजा मुहूर्त/ Shubh Muhurat - सुबह 05:39 से दोपहर 12:18 तक अक्षय तृतीया की तिथि है बहुत ही शुभ और मंगलकारी। ज्योतिष के अनुसार तृतीया तिथि की देवी हैं माता गौरी। जीवन में सुख, शांति व सौभाग्य प्राप्ति के लिए अवश्य करें माँ की पूजा। इस दिन माँ गौरी के पूजन से मिलेगी आर्थिक समृद्धि। पूजा के बाद दान करने से मिलता है अनंत कोटि पुण्य फल। नए व कीमती वस्तुओं की ख़रीददारी करने के लिए यह दिन है बेहद शुभ। समस्त प्रकार के मांगलिक कार्यों के लिए भी यह दिन है बहुत शुभ। इस दिन कोई भी महत्वपूर्ण कार्य करने से मिलेगा अति शुभ और अक्षय फल यदि आप अपनी राशि का दैनिक राशिफल / Daily Horoscope पढना चाहते है तो यहा क्लिक करें।

Chaitra Navrtrai - इस नवरात्रि बन रहे हैं तबाही के योग

Chaitra Navratri 2022 : चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल 2022 से शुरू होने जा रही हैं, जो 11 अप्रैल तक चलेंगी. इस साल की नवरात्रि पूरे 9 दिन की हैं और एक भी तिथि का क्षय नहीं हो रहा है. इस तरह पूरे 9 दिन के व्रत रखे जाएंगे और मां की पूजा-उपासना की जाएगी. नवरात्रि में तिथि का क्षय न होना शुभ माना जाता है. इसके अलावा इन नवरात्रि के दौरान 2 बड़े परिवर्तन भी हो रहे हैं, जो कि बहुत शुभ हैं. हालांकि मां दुर्गा की सवारी अनहोनी की ओर इशारा कर रही है. घोड़े पर सवार होकर आएंगी मां इस बार मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं और भैंसे पर सवार होकर प्रस्‍थान करेंगी. इन दोनों ही वाहनों को अच्‍छा नहीं माना गया है. यह देश में विवाद, तनाव, दुर्घटनाओं और प्राकृतिक आपदाओं की ओर संकेत कर रहे हैं. ऐसे में 9 दिन तक मां दुर्गा की पूरी भक्ति भाव से आराधना करें इससे अशुभ फल में कमी आ सकती है. 2 ग्रह बदलेंगे राशि चैत्र नवरात्रि में 2 अहम ग्रह राशि बदलने जा रहे हैं. इन 9 दिनों के दौरान मंगल और बुध ग्रह राशि बदलेंगे. वहीं शनि देव मकर राशि में/ Saturn in Capricorn , रहकर पराक्रम में वृद्धि करेंगे. इसके अलावा नवरात्रि

Mahashivratri 2022: महाशिवरात्रि पर इन 5 राशियों की चमकेगी किस्मत

Mahashivrtari 2022: देवों के देव महादेव का पर्व महाशिवरात्रि इस साल 1 मार्च को बड़े ही धूम धाम से मनाया जाने वाला है। इस दिन ग्रहों का विशेष संयोग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस महाशिवरात्रि के पर्व/ Mahashivratri Festival पर मकर राशि के 12वें भाव में पंचग्रही योग बनेगा । मकर राशि/ Capricorn Horoscope में इस दिन मंगल और शनि के साथ शुक्र, बुध और चंद्रमा भी होंगे। साथ ही सूर्य और गुरु की भी युति इसी दौरान रहने वाली है। इसके अलावा वृषभ राशि के चौथे भाव में राहु रहेगा, जबकि वृश्चिक राशि के 10वें भाव में केतु रहेगा। सिर्फ पांच राशियों पर ही क्यों मिलेगा भगवान शिव का आशीर्वाद इस महाशिवरात्रि पर पंचग्रही योग बन रहा है, जिसके कारण महाशिवरात्रि के दिन इन 5 राशियां अत्यंत भाग्यशाली साबित हो सकती है। इन्ही पांच राशियों के लोगों पर भगवान शिव की विशेष कृपा रहने वाली है। आइए जानते हैं कि किन राशियों पर भगवान शिव अपनी विशेष कृपा बरसाने वाले हैं। कौन सी हैं ये पांच राशियां? मेष (Aries) मेष राशि ( Aries Daily Horoscope ) के लोगों के लिए महाशिवरात्रि बेहद शुभ रहने वाला है। इस दिन मेष राशि

Durga Puja: दुर्गा के नव रुपों की उपासना ऎसे होगी फलदायी

7 अक्टूबर 2021: माता के प्रथम रुप मां शैलपुत्री की पूजा . इस दिन की पूजा में रोली, चंदन, कुमकुम द्वारा माता का पूजन करना अत्यंत शुभदायी होता है. इस दिन "ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः॥"मंत्र जाप करें 8 अक्टूबर 2021: माता के दूसरे रुप माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा , मां ब्रह्मचारिणी की पूजा सात्विक भाव द्वारा करने से पूर्ण होती हैं सभी मनोकामनाएं. ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः॥ "मंत्र जाप करें 9 अक्टूबर 2021: माता के तीसरे रुप मां चंद्रघंटा व चौथे रुप मां कुष्मांडा की पूजा . इस दिन "ॐ देवी चन्द्रघण्टायै नमः॥: जप द्वारा माता चंद्रघंटा का स्मरण करने से मिलेगा तेज और "ॐ देवी कूष्माण्डायै नमः॥"मंत्र का जाप करें 10 अक्टूबर 2021: माता के पांचवें स्वरुप मां स्कंदमाता की पूजा . इस दिन "ॐ देवी स्कन्दमातायै नमः॥" मंत्र के जाप करें. 11 अक्टूबर 2021: माता के छठे रुप मां कात्यायनी की पूजा . इस दिन "ॐ देवी कात्यायन्यै नमः॥: मंत्र के जाप द्वारा सभी विकार हो जाते हैं शांत। 12 अक्टूबर 2021: माता के सातवें रुप मां कालरात्रि की पूजा . इस दिन "ॐ देवी कालरात्र्