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Showing posts from January, 2023

Jaya Ekadashi 2023 - इस दिन मनाई जाएगी जया एकादशी

Jaya Ekadashi Vrat : माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है जया एकादशी। इस वर्ष 01 फरवरी को मनाई जाएगी जया एकादशी. एकादशी तिथि प्रारंभ : 31 जनवरी, प्रातः 11:54 से. एकादशी तिथि समाप्त : 01 फरवरी, दोपहर 02:02 तक. जया एकादशी शुभ पूजा मुहूर्त : 01 फरवरी, प्रातः 07:10 से सुबह 09:52 तक जया एकादशी पारण मुहूर्त : 02 फरवरी, प्रातः 07:09 से सुबह 09:19 तक इस दिन भगवान विष्णु की करी जाती है पूजा-अर्चना. इस एकादशी का व्रत/ Ekadashi Vrat रखने से बढ़ता है वैवाहिक सुख. सुख-सौभाग्य व समृद्धि के द्वार खोलती है जया एकादशी। इस एकादशी का व्रत रखने से दूर होती है आर्थिक समस्याएं।   इस एकादशी का व्रत रखने दूर होती हैं पारिवारिक समस्याएं।   इस एकादशी का व्रत रखने से दरिद्रता से मिलता है छुटकारा. इस एकादशी का व्रत रखने से होता है समस्त पापों का नाश. यदि आप अन्य किसी व्रत या त्योहार की शुभ पुजा मुहुर्त जानने के लिए आज क पंचांग/ Today's Panchang पढे या अपनी राशि का वार्षिक राशिफल 2023/ Yearly Horoscope 2023 पढने के लिए यहा क्लिक करें।

Pradosh Vrat 2023: 03 फरवरी को रखा जाएगा प्रदोष व्रत

Pradosh Vrat : प्रत्येक मास के शुक्ल व कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है प्रदोष व्रत। इस वर्ष 03 फरवरी को रखा जाएगा प्रदोष व्रत। इस प्रदोष व्रत/ Pradosh Vrat पर बनेंगे दुर्लभ सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग प्रदोष शुभ पूजा मुहूर्त : 03 फरवरी, शाम 05:57 से रात्रि 08:06 तक सर्वार्थ सिद्धि योग समयकाल : 03 फरवरी, प्रातः 06:18 से 04 फरवरी, प्रातः 07:12 तक रवि योग समयकाल : 03 फरवरी, प्रातः 06:18 से 04 फरवरी, प्रातः 09:16 तक सर्वार्थ सिद्धि योग व रवि योग/ Ravi Yoga  में शिव-पार्वती का पूजन होता है बेहद कल्याणकारी। स्त्री व पुरुष दोनों के लिए शुभ होता है ये व्रत।    इस व्रत को रखने से पाप कर्मों का होता है नाश. इस व्रत को रखने से दुख व कष्टों से मिलती है मुक्ति। इस व्रत को रखने से जटिल रोगों से होता है छुटकारा। इस व्रत को रखने से प्राप्त होता है उत्तम संतान सुख यदि आप अन्य किसी व्रत या त्योहार की शुभ पुजा मुहुर्त जानने के लिए आज क पंचांग/ Today's Panchang पढे या अपनी राशि का वार्षिक राशिफल 2023/ Yearly Horoscope 2023 पढने के लिए यहा क्लिक करें।

Shani Ast 2023: 30 जनवरी को शनिदेव हो रहे हैं अस्त

न्याय के देवता शनि 30 जनवरी को होने जा रहे अस्त, इन राशियों पर छाएगा बड़ा संकट। न्याय के देवता कहे जाने वाले शनि देव 30 जनवरी को कुंभ राशि में अस्त होने जा रहे हैं। शनि के इस राशि परिवर्तन से 3 राशियों की जीवन में संकट के बादल छाने जा रहे हैं। आइए जानते हैं कि वे राशियां कौन सी हैं और इस संकट से बचाव के उपाय क्या हैं वृश्चिक राशि आपका निवेश अटक सकता है नौकरी-कारोबार में होगी समस्या माता-पिता की सेहत का ख्याल रखें सिंह राशि दांपत्य जीवन में आ सकती है कड़वाहट आर्थिक नुकसान भुगतना पड़ सकता है/ Leo Finance Horoscope नया कारोबार या नौकरी की शुरुआत करने की न सोचे कर्क राशि झेलनी पड़ सकती हैं स्वास्थ्य से जुड़ी दिक्कतें/ Health Astrology Prediction पारिवारिक मामलों में कलह बढ़ेगी आर्थिक तंगी से परेशान रहेंगे अस्त शनि से कुप्रभावों से ऐसे करें बचाव अगर आप सेहत से जुड़ी दिक्कतें झेल रहे हैं तो शनिवार के दिन मछलियों को दाना डालें और साथ ही बीज मंत्र 'ऊं प्राँ प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः' का जाप करें आर्थिक दिक्कतों को दूर करने के लिए शनिवार के दिन नारियल का छोटा सा हिस्सा काटकर उसमें शक

Ratha Saptami 2023: सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय

Ratha Saptami : माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है रथ सप्तमी। इस वर्ष 28 जनवरी को मनाई जाएगी रथ सप्तमी। सप्तमी तिथि प्रारंभ : 27 जनवरी, प्रातः 09:10 से सप्तमी तिथि समाप्त : 28 जनवरी, प्रातः 08:43 तक रथ सप्तमी शुभ पूजा मुहूर्त : 28 जनवरी, प्रातः 05:25 से सुबह 07:12 तक इस पर्व को भगवान सूर्य की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है. आरोग्य सप्तमी व सूर्य सप्तमी के नाम से भी प्रसिद्ध है ये पर्व। इसी दिन सात घोड़ों से जुड़े रथ पर सवार होकर प्रकट हुए थे सूर्यदेव। इसलिए रथ सप्तमी के नाम से प्रसिद्ध हुआ ये त्यौहार। इस शुभ दिवस पर सूर्यदेव की पूजा करने से प्राप्त होता है आरोग्य। इस शुभ दिन पर सूर्यदेव की पूजा करने से पिता से बेहतर संबंध बनते हैं। इस शुभ दिन पर सूर्यदेव की पूजा करने से प्राप्त होता है उत्तम संतान सुख. इस शुभ दिन पर सूर्यदेव की पूजा करने से दूर होती है रोजगार की समस्याएं। इस शुभ दिन पर सूर्यदेव की पूजा करने से बढ़ती है घरेलू सुख-शांति। यदि आप अन्य किसी व्रत या त्योहार की शुभ पुजा मुहुर्त जानने के लिए आज क पंचांग/ Today's Panchang पढे या अपनी राशि का वार्षिक र

HOW 2023 WILL BE FOR SCORPIO?

Planets transiting at various intervals in 2023, will have a beneficial and longstanding outcome on your life. Although professionally, you may experience upheavals, some difficulties on the domestic front will also pop up, disturbing you quite a bit throughout this year. You shall overcome all the hurdles, resulting from which your prospects improve in many aspects as per the Scorpio Horoscope 2023. Scorpio Horoscope 2023 says that the new year brings favorable tidings and an overseas travel opportunity will materialize. You can even consider job opportunities overseas   as you qualify for PR at this point. Travelling frequently, especially to pilgrimage centres will infuse a sense of vigour and vitality and bring along a whiff of peace and calm to your life. Scorpio 2023 Horoscope says that most of your wishes get materialised in December 2023. Scorpio Love Horoscope 2023 Scorpio Horoscope 2023 says this year will be a year of extremes in fortunes with respect to romantic relationsh

Basant Panchami 2023: 25 या 26 किस दिन मनाई जाएगी बसंत पंचमी?

Vasant Panchami 2023: माघ शुक्ल पंचमी को मनाई जाती है वसंत पंचमी। इस वर्ष 26 जनवरी को मनाई जाएगी वसंत पंचमी । पंचमी तिथि प्रारंभ: 25 जनवरी, दोपहर 12:34 से पंचमी तिथि समाप्त: 26 जनवरी, प्रातः 10:28 तक वसंत पंचमी शुभ पूजा मुहूर्त : 26 जनवरी, प्रातः 07:12 से दोपहर 12:34 तक इसी दिन हुआ था ज्ञान की देवी माँ सरस्वती का अवतरण। इसलिए इस शुभ दिन पर की जाती है माँ सरस्वती की पूजा। इस शुभ दिन पर कामदेव व रति की पूजा का भी है विधान। वसंत पंचमी/ Basant Panchami के दिन से होता है वसंत ऋतु का आगमन। वसंत ऋतु को माना जाता है सभी ऋतुओं का राजा। इसलिए वसंत पंचमी के नाम से प्रसिद्ध हुआ ये पर्व। वसंत पंचमी को नए कार्यों को शुरू करने के लिए माना जाता है बेहद शुभ. पौराणिक कथाओं के अनुसार ब्रह्मा जी ने भगवान विष्णु की आज्ञा से सृष्टि रची. तो उसे देखने के लिए वह भ्रमण पर निकले। सारी सृष्टि मूक व सुनसान देखकर उन्हें उदासी हुई. इसे दूर करने के लिए उन्होंने अपने कमंडल से चारों तरफ जल छिड़का। जलकणों के धरती पर पड़ने से एक देवी प्रकट हुई. जिनके चार हाथ थे और उनके हाथों में वीणा, माला व पुस्तक थी. संसार की मूक

Venus Transit in Aquarius - शनि के राशि में शुक्र का गोचर

Venus Gochar 2023 : 22 जनवरी को कुंभ राशि में होगा शुक्र का गोचर/ Venus Transit in Aquarius इन राशि वालों की किस्मत का खुलेगा ताला। मेष राशि सट्टे-लॉटरी से होगा जबरदस्त लाभ नौकरीपेशा लोगों को मिलेंगे मनचाहे परिणाम। बिजनेस में नए निवेश से होगा फ़ायदा। तुला राशि नया वाहन ख़रीदने के बन रहे हैं योग इनकम में होगी आश्चर्यजनक रूप से वृद्धि। कला संबंधी विषयों की ओर बढ़ेगा रुझान। कुंभ राशि आध्यात्मिकता में होगी बढ़ौतरी। बिजनेस से होगा अच्छा फायदा। उत्तम धन लाभ होने के बन रहे हैं योग. वैवाहिक जोड़े बिताएंगे ख़ुशियों भरे पल यदि आप अपनी राशि का दैनिक राशिफल/ Daily Horoscope या वार्षिक राशिफल 2023/ Yearly Horoscope 2023 पढना चाहते है तो इस लिंक पर क्लिक करें

Basant Panchami 2023: What Is It All About?

Goddess Saraswathi’s Worship is an indispensable part of our worship, and academic pursuits. Basant Panchami is the day when children are made to write and learn their first words in the presence of Saraswathi Mata in the puja room. Festivals are our cultural events that keep our ancient traditions alive and raise our awareness about our rich history and culture. Basant Panchami 2023 is a day when all your academic and artistic aspirations are realized.   Celebrated as Sri Panchami in Southern States as Saraswathi puja in the eastern regions, and Basant Panchami in northern regions in the country, the Basant Panchami festival brings the spring season along with it. Preparations for Holi festival, which falls after 40 days of Basant Panchami 2023 celebrations, begin around the same time of Basant Panchami. Date and Puja Shubh Muhurat Basant Panchami is celebrated on the Panchami tithi of the month of Magh with the festival date changing accordingly, every year. Magh month's Pancham

Mauni Amavasya - इस मौनी अमावस्या 30 साल बाद बन रहा खप्पर योग

Amavasya Vrat 2023 : माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर मनाई जाती है मौनी अमावस्या। इस वर्ष 21 जनवरी को मनाई जाएगी मौनी अमावस्या। अमावस्या तिथि प्रारंभ : 21 जनवरी, प्रातः 06:18 से अमावस्या तिथि समाप्त : 22 जनवरी, रात्रि 02:23 तक मौनी अमावस्या शुभ पूजा मुहूर्त : 21 जनवरी, प्रातः 08:34 से सुबह 09:53 तक हिंदू संस्कृति में मौनी अमावस्या का है बहुत अधिक महत्व। इस पवित्र दिन पर भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की पूजा का है विधान। इस शुभ दिन पर पवित्र नदियों में स्नान करने से मिलता है अक्षय पुण्य फल. इस दिन पिंडदान व तर्पण आदि कार्य करने से पितरों की होती है सद्गति। मौनी अमावस्या/ Amavasya Vrat के दिन चींटियों को शक्कर मिला आटा डालने से दूर होती है आर्थिक तंगी। इस शुभ दिन पर मछलियों को आटे की गोलियां खिलाने से दूर होती है घरेलू समस्याएं। इस दिन गरीबों व असहायों को भोजन खिलाने से रोजगार की समस्याओं से मिलती है मुक्ति। इस दिन घर के ईशान कोण में शुद्ध घी का दीपक जलाने से पूर्ण होती हैं समस्त मनोकामनाएं। यदि आप अन्य किसी व्रत या त्योहार की शुभ पुजा मुहुर्त जानने के लिए आज क पंचांग/ Today&

30 जनवरी को अस्त हो रहे शनि देव – आपके लिए कैसा रहेगा ये समय?

जनवरी 2023 में साल का सबसे बड़ा परिवर्तन हुआ। साल के शुरू में ही शनि देव राशि परिवर्तन कर अपनी मूलत्रिकोण राशि कुम्भ में विराजमान हो गए हैं यह बड़ा परिवर्तन 17 जनवरी 2023 को हुआ। शनि ग्रह जब राशि परिवर्तन करते हैं तो दुनिया भर में एक हलचल सी देखने को मिलती है। कई लोग कुछ नया शुरू करते हैं, कुछ पुराना छोड़ आगे बढ़ते हैं, किन्हीं को समस्याओं से छुटकारा मिलता है तो कुछ समस्याओं में फंस जाते हैं।   कब अस्त होंगे शनि देव? शनि 30 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में अस्त हो रहे हैं। ज्योतिष में शनि ग्रह बहुत ही प्रभावशाली ग्रह है और व्यक्ति के जीवन के कई पहलुओं को प्रभावित करता है। शनि को ज्योतिष में कर्म व न्याय का ग्रह कहा गया है जो जातक को उसके कर्मों के अनुसार अच्छे व बुरे फल देता है। शनि, एक उग्र, ठंडा, कठोर और क्रूर ग्रह है, जो सख्ती से न्याय करता है। शनि का अस्त होना भी एक महत्वपूर्ण घटना है। जब कोई ग्रह अस्त होता है तो वह अपने फल देने में असमर्थ हो जाता है। एक अस्त ग्रह बिलकुल प्रभावहीन बन जाता है। जिन राशियों को अच्छा परिणाम मिलना होता है उनके लिए नुक्सान तो जिन राशियों को बुरा परिणाम मिलना होता

Shattila Ekadashi 2023: आज रखा जाएगा षटतिला एकादशी का व्रत

Shattila Ekadashi : माघ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी कहलाती है षटतिला एकादशी। इस वर्ष 18 जनवरी को रखा जाएगा षटतिला एकादशी का व्रत/ Shattila Ekadashi Vrat एकादशी तिथि प्रारंभ: 17 जनवरी, शाम 06:05 से एकादशी तिथि समाप्त : 18 जनवरी, शाम 04:03 तक षटतिला एकादशी शुभ पूजा मुहूर्त : 18 जनवरी, प्रातः 07:15 से सुबह 09:53 तक षटतिला एकादशी पारण मुहूर्त : 19 जनवरी, प्रातः 07:14 से सुबह 09:21 तक इस दिन तिल का 6 प्रकार से उपयोग होने के कारण इसका नाम षटतिला एकादशी पड़ा. इस शुभ दिन पर भगवान विष्णु की तिल से पूजा करने का है विधान। इस शुभ दिन पर नहाने वाले पानी में तिल मिलाकर स्नान करने से प्राप्त होता है आरोग्य। इस पवित्र दिन पर तिल के द्वारा हवन करने से प्राप्त होता है अनंत कोटि पुण्य फल. इस शुभ दिन पर तिल से बना उबटन शरीर पर लगाने से दूर होता है शारीरिक कष्ट। इस शुभ दिन पर तिलों के द्वारा तर्पण करने से पितरों की मिलती है कृपा। इस शुभ दिन पर तिल व तिल के तेल का दान करने से दूर होती है पारिवारिक समस्याएं। यदि आप अन्य किसी व्रत या त्योहार की शुभ पुजा मुहुर्त जानने के लिए आज क पंचांग/ Today

Saturn Transit in Aquarius

  यदि आप अपनी राशि में शनी देव गोचर का प्रभाव जानना चाहते है तो इस लिंक पर क्लिक करें https://www.vinaybajrangi.com/planetary-transit/saturn-transit/saturn-in-aquarius.php

Date and Shubh Muhurat of Ekadashi 2023

In the Hindu religion, we give enough importance to Ekadashi tithi. The Ekadashi tithi has religious significance, and people observe fasts and only eat fruits on this day. Many devotees don't consume water on Ekadashi tithi. People worship Lord Vishnu and offer him prayers on this auspicious day. They break their fast on Dwadashi tithi the next day of Ekadashi. Shubh muhurat of Ekadashi appears twice a month. One appears during the Krishna paksha of the Moon (waning phase), and the other appears during the Moon's Shukla paksha (waxing phase). So, in all, there are 24 Ekadashi tithis in a year.     It is believed that whoever observes Ekadashi fast gets the blessings of Lord Vishnu in the form of fortunes, prosperity and salvation. Rituals to follow on Ekadashi tithi Take a bath early in the morning. Worship Goddess Laxmi and lord Vishnu by lighting a ghee lamp near their idols. Offer panchamrit, flowers, sweets, and garland to Lord Vishnu. Tulsi leaves are the favorite of Lor