Skip to main content

Posts

Kaal Sarp Dosh: क्या है काल सर्प दोष?

Kaal Sarp Dosh : शास्त्रों के अनुसार जब राहु और केतु को छोड़ कर सभी ग्रह इन दो ग्रहों की बीच में स्थापित हो तो काल सर्प दोष बनता है। क्या काल सर्प दोष हमेशा बुरे परिणाम देता है? आम तौर पर लोग इस दोष से भयभीत रहते हैं। लेकिन वैदिक ज्योतिष के अनुसार इस दोष के नकारात्मक और सकारात्मक दोनों प्रभाव होते हैं। क्या काल सर्प दोष अलग अलग प्रकार के होते हैं? काल सर्प दोष कुल 12 प्रकार होते हैं। वह हैं – अनंत कालसर्प दोष, कुलिक या वासुकी कालसर्प दोष, महापद्म या शंखपाल कालसर्प दोष , पद्म या तक्षक कालसर्प योग/Kaal Sarp Yoga, शंखचूड़ या कर्कोटक कालसर्प योग, घातक, शेषनाग या विषधर कालसर्प योग। काल सर्प दोष का कैसे करें पता? हमारी वेबसाईट पर काल सर्प दोष का लिंक हैं जिसे क्लिक करके आप सीधा काल सर्प दोष के कैलकुलेटर/ Kaal sarp Dosha Calculator पर पहुंच जाएंगे, जिससे आप अपनी कुंडली में काल सर्प दोष के होने का पता लगा सकते हैं। इसके साथ साथ किसी ज्ञानी ज्योतिषी से परामर्श प्राप्त कर जान सकते हैं अपनी कुंडली में इस दोष की स्थिति। काल सर्प दोष से कैसे मिल सकती है मुक्ति? भगवान शिव के गले में विराज...

Moon Sign Based Daily Horoscope help to Prepare Your Likelihood in Your life!

Daily horoscope prediction based on Sun Sign is a popular way that most of us are aware of. However, the moon sign horoscope is also as effective as the other. Dr. Vinay Bajrangi masters in Jyotish science or astrology science, and based on his skilled vision around astrology, he presents accurate daily horoscopes by Moon Sign. By following Dr. Bajrangi's today's horoscope online, anyone can take advantage of near-future forecasts and prepare oneself for handling the likelihoods in a better way.   What is Moon Sign Horoscope? The terms moon sign and sun signs are pretty common and usually heard by most of us who come across online horoscopes daily or even occasionally. But, what exact moon signs are or how they are different from Sun signs – these are things that might not be clear to all. If you also seek clarity of the meaning of Moon Signs, then Dr. Vinay Bajrangi is answering this question here – As per Vedic astrology, our brain is ruled by the moon, whereas the Sun entire...

what Lord Ganesha Speaks about the sun in 7th house

Ganesha speaks that Sun in the house of marriage and partnership raises a lot of hopes for the native's well-being and prospects for a successful life. Little do we know about the unnerving by-products of this dreamlike scenario. The sunny disposition of the Sun is indeed a lifesaver in many aspects. To sum it up, the Sun occupying the seventh house has a significant impact on the individual's worldview and personal issues.  Ganesha speaks that marital life is the first loophole in this arrangement. The 7th house governs the aspects of the spouse, conjugal bliss, financial scenario, career, and overseas travel. Sun usually casts his benign or malefic influence depending on the planetary arrangement within the Natal Chart . Let us delve into details about each aspect. How does Sun in 7th affect relationships? Ganesha Speaks that Sun in the 7th Position does not align itself well with the idea of an ideal partnership. Probably because he lends a touch of his persona to the partn...

Saturn Transit 2022: 33 दिन के लिए अस्त हो रहे शनिदेव, इन राशियों की बढ़ सकतीं हैं मुश्किलें

Saturn Transit 2022 : वैदिक ज्योतिष के अनुसार सभी 9 ग्रहों का हमारे जीवन पर प्रभाव रहता है। वहीं ग्रह समय- समय पर अस्त और राशि परिवर्तन भी करते रहते हैं। आपको बता दें कि कर्मफल दाता शनि देव अस्त होने जा रहे हैं। शनि देव 22 जनवरी को अस्त होकर 24 फरवरी 2022 को उदय होंगे। इस दौरान शनि ग्रह लगभग 33 दिन तक अस्त रहेंगे। 33 दिनों की यह अवधि 4 राशि वालों के लिए थोड़ी कष्टकारी साबित हो सकती है। कर्क राशि: इस राशि वालों की भी मुश्किलें बढ़ने के आसार रहेंगे। सेहत को लेकर परेशानी हो सकती है। साथ ही कार्यस्थल में आपकी इमेज खराब होने का खतरा रहेगा। वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि देव और चंद्र देव में शत्रुता का भाव है, इसलिए नौकरी में समस्या ( Effects of Planetary Transits on Jobs ) आ सकती है। मिथुन राशि: आपके लिए शनि देव का अस्त होना अच्छा संकेत नहीं है। इसलिए 33 दिनों की यह अवधि आपके लिए विशेष तौर पर कष्टदायक साबित हो सकते हैं। स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। खानपान में विशेष सावधानी बरतें। लव रिलेशनशिप से परेशानी आ सकती है। Basant Panchami 2022:  जानें बसंत पंचमी पूजा शुभ मुहूर्...

Why is Astrology needed in today's life?

Astrology is assistance that we seek for our lives, as it is needed more than ever in today's life. It enjoys unprecedented popularity these days amongst all age groups.  Astro Sages say that there are over 80 branches of astrology that include different schools of practice. Here is a handful of them, picked and explained, for your reference. Astrology is an art of divination that reveals your past, present, and future. It is what the celestial bodies had decided for us before we were born. The status and position of planets captured at birth influence everything about our life, from personality traits to future events. Life always takes an unpredictable route towards our destination.   What are the various branches of astrology? Medical astrology is one of the various ancient astrological branches that explains why we get medical issues in certain parts of our bodies. Each zodiac sign and planet rule and affect different organs of the body.   Mundane astrology is us...

Basant Panchami: बसंत पंचमी के दिन क्यों होती है मां सरस्वती की पूजा?

Basant Panchami 2022 : माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन से वसंत ऋतु की भी होती है शुरुआत। चलिए जानते हैं इस पर्व के महत्व, पूजन विधि और शुभ मुहूर्त के बारे में। बसंत पंचमी का महत्व : बसंत पंचमी को श्रीपंचमी भी कहा जाता है। यह मां सरस्वती की पूजा का दिन है। इस दिन गृह प्रवेश करना भी शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन कामदेव अपनी पत्नी रति के साथ पृथ्वी पर आते हैं। इसलिए जो पति-पत्नी इस दिन भगवान कामदेव और देवी रति की पूजा करते हैं उनका वैवाहिक जीवन में कभी अड़चनें नहीं आती हैं। क्यों होती है मां सरस्वती की पूजा? हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, ज्ञान देवी मां सरस्वती शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ही ब्रह्माजी के मुख से प्रकट हुई थीं। इसलिए बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है। इस दिन पूरे विधि विधान से मां सरस्वती की पूजा करने से वो प्रसन्न हो कर और भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। MAHA SHIVARATRI 2022 : जानें तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त और महा शिवरात्रि व्रत का महत्व   कैसे करें मां सरस्वती को प्रसन्न? ब...

Mercury-Sun and Saturn Conjunction: बुध-शनि और सूर्य के युती से जागेगा इन राशियों का भाग्य

Mercury-Sun and Saturn Conjunction:   ज्योतिष में ग्रहों की युति को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस समय बुध, शनि और सूर्य एक ही राशि यानी मकर राशि ( Capricorn Horoscope 2022 ) में विराजमान होंगे। ज्योतिष में बुध को विशेष स्थान प्राप्त है। बुध देव को बुद्धि, तर्क, संवाद, गणित, चतुरता और मित्रता का कारक ग्रह कहा जाता है। सूर्य को आत्मा, पिता, मान- सम्मान, सफलता, प्रगति एवं सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्र में उच्च सेवा का कारक ग्रह माना जाता है। शनि को ज्योतिष में पापी ग्रह कहा जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि शनि सिर्फ अशुभ फल देते हैं। शनि शुभ फल भी प्रदान करते हैं। शनि के शुभ होने पर व्यक्ति का सोया भाग्य भी जाग जाता है। आइए जानते हैं, बुध, शनि और सूर्य के एक ही राशि में रहने से किन राशियों का होगा भाग्योदय। मेष राशि कार्यों में सफलता मिलेगी। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। धन- लाभ होगा। दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। धार्मिक कार्यों में हिस्सा लेने का अवसर मिलेगा। मिथुन राशि मिथुन राशि ( Gemini Daily Horoscope ) के जातकों को धन - लाभ हो सकता है। लेन- देन और निवेश से फायदा होगा। नया वाहन या मक...