Skip to main content

Surya ka Gochar - इन राशियों के लिए सूर्य साबित होंगे मंगलकारी

Surya ka Rashi Parivartan: सभी ग्रहों के राजा सूर्य राशि परिवर्तन करके वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे और 15 जून तक इस राशि में रहेंगे। सौर मंडल में सबसे तेजवान सूर्य ग्रह को नैसर्गिक आत्मकारक माना जाता है। सूर्यदेव को प्रत्यक्ष देवता के रूप में पूजा जाता है क्योंकि इसका प्रभाव हमारे जीवन पर प्रत्यक्ष रूप से देखा जाता है। सूर्यदेव सिंह राशि के स्वामी, मेष राशि में उच्च, व तुला राशि में नीच के माने जाते हैं। सूर्य जब वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे/Sun Transit in Taurus तब वहां पर बुद्ध देव पहले से ही विराजमान है इस प्रकार दोनों मिलकर वृषभ राशि में सूर्यदेव आपके का निर्माण करेंगे।


मेष  राशि

सूर्यदेव आपकी कुंडली के दूसरे स्थान पर विराजमान होंगे जहां पर बुद्ध के साथ मिलकर बुधादित्य योग बनाएंगे।परिवार में मंगल आयोजन होंगे। अध्यात्म में आपकी रुचि जगेगी धार्मिक यात्राएं करने का योग बन रहा है। विद्यार्थी वर्ग के लिए समय उत्तम है यदि आप अपना करियर बना रहे हैं या सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं तो निश्चय ही यह समय आपके लिए अनुकूल रहेगा/Government Job Preparation as per birth chart धन लाभ होगा बैंक बैलेंस में बढ़ोतरी होगी।


वृषभ राशि

सूर्यदेव आपकी ही राशि में गोचर कर रहे हैं जहाँ पर बुद्ध के साथ मिलकर यह बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव आएँगे। धन संबंधी सभी समस्याओं का अंत होगा। आय के विभिन्न साधन बनेंगे। यदि आप घर बनाने की योजना बना रहे हैं या घर खरीदना चाहते थे तो इस समय आपका सपना पूरा हो सकता है/Auspicious Time to buying own house स्वभाव में क्रोध बढ़ सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। माता की सेहत का ख्याल रखें। कार्यक्षेत्र में सफलता के योग बन रहे है।पद प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होगी।


मिथुन राशि

सूर्यदेव आपके द्वादश भाव में गोचर करेंगे जहां पर बुद्ध देव पहले से ही विराजमान है। आर्थिक स्थिति मजबूत बनेगी अनावश्यक खर्चों पर रोक लगेगी। हर फैसला सोच समझकर लें। पैतृक संपत्ति/Ancestral Property Calculator को लेकर भाई बहनों के बीच विवाद हो सकता है। राजनीति से जुड़े लोगों के लिए समय सावधानी पूर्वक चलने का है। कोर्ट कचहरी के मामले उलझ सकते हैं। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।


कर्क राशि

सूर्यदेव आपके एकादश भाव में गोचर करेंगे जहां पर वे बुद्ध के साथ मिलकर बुधादित्य योग/Budhaditya Yoga का निर्माण करेंगे। लाभ भाव सूर्य का गोचर अत्यधिक उन्नति कारक रहेगा। आप अपनी वाणी से सभी को प्रभावित करेंगे। समाज में मान सम्मान की प्राप्ति होगी। परिवार में मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है। पैतृक संपत्ति से संबंधित विवाद समाप्त होंगे। मांस, मदिरा से परहेज रखें।


सिंह राशि

सूर्यदेव आपके दशम भाव में गोचर करेंगे जहां पर वे बुद्ध के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। करियर के हिसाब से यह समय है अत्यंत शुभ रहने वाला है/Auspicious Time for Career Growth in birth chart जो लोग काफी समय से नौकरी को लेकर परेशान है उनकी परेशानी का अंत होगा। सरकारी नौकरी के इच्छुक लोगों को इच्छित परिणाम प्राप्त होंगे। कार्यक्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा। व्यापारिक गतिरोध समाप्त होंगे । पिता से सहयोग धन प्राप्त होगा।


कन्या राशि

सूर्यदेव आपके नवम भाव में गोचर करेंगे यहां वे बुद्ध के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। विदेश से संबंधित सभी कार्य बनेंगे। जो छात्र विदेश जाकर/Study in Foreign Yoga in birth chart पढ़ने लिखने के इच्छुक थे उनके लिए समय बेहतर साबित होगा। कार्यक्षेत्र में उन्नति होगी किंतु लापरवाही करने से बचें। वरिष्ठ अधिकारियों से तालमेल बनाए रखें अन्यथा उनकी नाराजगी का सामना कर सकते हैं। मेडिसिन से जुड़े क्षेत्र,फार्मेसी कंपनियों को विशेष लाभ प्राप्त होगा।


तुला राशि

सूर्यदेव आपके अष्टम भाव में गोचर कर रहे है जहां पर बुध पहले से ही विराजमान है। उतार चढ़ाव भरा समय रहेगा। आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। छोटी छोटी बातों से मन परेशान हो सकता है। आर्थिक योजनाओं पर सोच समझकर पूंजी निवेश करें जल्दबाजी में कोई निर्णय लें अन्यथा पैसा अटक सकता है।उधार देने से भी बचें।ससुराल पक्ष से मतभेद रह सकता है।

 

वृश्चिक राशि

सूर्यदेव आपके सप्तम भाव में गोचर करेंगे जहां पर बुद्ध के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। यह समय आपके लिए भाग्यशाली सिद्ध होगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी धन लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। नौकरी पेशा लोगों के जीवन में सकारात्मक परिणाम आएंगे/Job Promotion by date of birth मनचाही जगह पर स्थान परिवर्तन हो सकता है। व्यापारिक क्षेत्र में भी सफलता प्राप्त होगी। दाम्पत्य जीवन में मतभेद हो सकता है।


धनु राशि

सूर्यदेव आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे जहां पर बुद्ध देव पहले से ही विराजमान है। सभी अधूरे पड़े कार्यों को पूरा करने में सफलता प्राप्त होगी। आपके डेली रूटीन में सकारात्मक बदलाव होंगे। गलत आदतों गलत मित्रों से छुटकारा मिलेगा। शत्रु पक्ष परास्त होगा। कोर्ट कचहरी से जुड़े मामले आपके फेवर में होंगे। इस समय कोई भी बड़ा रिस्क उठाएं सामान्य गति से चलें। शेयर मार्केट एवं सट्टा बाजार से जुड़े लोगों को सावधानीपूर्वक चलने की सलाह दी जाती है। छात्रों को प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता प्राप्त होगी। आध्यात्मिक रुचि बढ़ेगी घर में कोई धार्मिक अनुष्ठान हो सकता हैं।


मकर राशि

सूर्यदेव आपके पंचम स्थान पर गोचर करेंगे यहां पर वे बुद्ध के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। यह समय आपके लिए और सफलतादायक रहेगा। आकस्मिक धन लाभ के योग बन रहे हैं। डेली रूटीन में सकारात्मक परिवर्तन होंगे। शत्रु पक्ष प्रयास तो होगा। सरकारी नौकरी से जुड़े लोगों के लिए सावधानी पूर्वक/Job issue in Birth Chart चलने का समय है।


कुंभ राशि

सूर्यदेव आपके चतुर्थक स्थान पर गोचर कर रहे हैं यहां पर वे बुद्ध के साथ मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। यह समय आपके लिए भाग्यशाली सिद्ध होगा। आकस्मिक धनलाभ के योग बनेंगे। कार्यक्षेत्र में मान सम्मान की प्राप्ति होगी पद प्रतिष्ठा बढ़ सकती है। माता की सेहत का ख्याल रखें। साझेदारी के व्यापार में आपसी सामंजस्य बनाकर चलें तभी सफलता प्राप्त होगी धन लाभ के योग बन रहे है।


मीन राशि

सूर्यदेव आपके तृतीय स्थान पर गोचर करेंगे जहां पर बुध देव पहले से ही विराजमान है। यह समय आपके लिए सामान्य से बेहतर रहेगा। कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं (Health issue in Birth Chart) से छुटकारा मिलेगा। पैतृक संपत्ति से जुड़े मामले उलझ सकते हैं छोटे भाई बहनों से मतभेद हो सकता है।

Source: https://sites.google.com/view/vinaybajrangis/blog/vrishabh-rashi-me-surya-ka-gochar

Comments

Popular posts from this blog

Know About Mangal Dosha And there Remedies

Whether you know astrology or not, you must have heard the name Mangal/Manglik/Kuja dosha in the kundli. The mangal dosha is one of the infamous and dreadful doshas in an individual's kundli/birth chart. However, the Mangal/Mars dosha may not be as dreadful as it is portrayed based on its sign placement in your birth chart. Well, you need astrological consultation to determine precisely how fierce your Mangal Dosha is if any. What is Mangal Dosha? In astrology, Mars is called Bhaum, Kuja, mangal, or red planet. If you ask what is mangal dosha ? The simple answer is that the dosha/defect of the placement of Mars is called Magal dosha. The Mangal dosha is formed by the placement of Mars in certain houses of the birth chart. If Mars is present in the first, fourth, seventh, eighth, and twelfth house in your kundli, you have a Mangal Dosha. The natives with Mangal Dosha are called the Manglik people.   When Mars gets placed in any of these above-mentioned houses, it disturbs the lif...

Effect of Guru Mangal Yoga In Natal Chart!

Life is all about experiences and none of us can expect life to be always good or always bad. The tough time makes us strong; however the good time balances us to deal with every situation positively. But why do we have to face ups and downs in life? The answer might be there with astrology.  Yes, there are certain Yogas in our natal chart that influence the occurrence and happenings of our life. In different Yogas in horoscope, Guru Mangal Yoga is one of the most effective Yogas that affects us in a particular way and here you will learn all about this yoga in Natal Chart.    Guru Mangal Yoga In Natal Chart –  When we emphasise on Guru Mangal Yoga, the first impression comes to our mind is correlation between 2 Grahas – Guru and Mangal (Jupiter with Mercury). There are numerous stories of hard work and success revolving around famous personalities which are impacted by Guru Mangal Yoga and are a source of inspiration for many.  The powerful effects of ...

Which Planets are Responsible for health & Wealth in Astrology?

  Knowing which planets are responsible for health and wealth in Astrology is interesting. Almost all of us aspire to two main things: Health and Wealth. But have you ever noticed a single person possessing both of them? Probably no! If health is there, wealth is less, and if wealth is there, health is weak. Why does this happen? How can we ensure both health and wealth in life through astrology? In Vedic Astrology, the first house, i.e., the ascendant represents you, including your physical and mental traits. What type of person you are can be determined by your birth chart. The first house in the birth chart determines how healthy you will be. If the lord of the ascent and the ascendant are in a good position in the birth chart, the person will likely enjoy good health. The affliction or weakness of the ascendant and its lord indicate weak health. For wealth, we look at the second house of the birth chart. The person has good wealth if there is a planet in its own, exaltation or...