Nag Panchami: श्रावण शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है नाग पंचमी। इस वर्ष 02 अगस्त को मनाई जाएगी नाग पंचमी
पंचमी तिथि प्रारंभ: 02 अगस्त, प्रातः 05:13 से पंचमी तिथि समाप्त: 03 अगस्त, प्रातः 05:42 तक नाग पंचमी शुभ पूजा मुहूर्त: 02 अगस्त, प्रातः 05:43 से सुबह 08:25 तकसनातन संस्कृति में इस दिन है नागों की पूजा का विधान
नाग पंचमी/Nag Panchami पर भगवान शिव की भी की जाती विशेष पूजा-अर्चना
नाग पंचमी पर नागों की पूजा से मिटता है कालसर्प दोष/Kaalsarp Dosh
अर्जुन के पौत्र व राजा परीक्षित के पुत्र थे जन्मजेय
उन्होंने नाग वंश के विनाश के लिए किया था यज्ञ
क्योंकि राजा परीक्षित की तक्षक नाग के काटने से हुई थी मृत्यु
इस यज्ञ को ऋषि जरत्कारु के पुत्र आस्तिक मुनि ने रोका था
उन्होंने श्रावण मास की पंचमी तिथि के दिन सर्पों को यज्ञ में जलने से बचाया था
जलते हुए नागों के शरीर पर दूध की धार डालकर उन्होंने शीतलता की थी प्रदान
नागों ने प्रसन्न होकर आस्तिक मुनि को दिया था वचन
पंचमी तिथि के दिन जो भी नागों की पूजा करेगा उसे नहीं रहेगा नागदंश का भय
इसके बाद ही शुरू हुई नाग पंचमी मनाने की परंपरा
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