Pitru Paksha 2022: पितृपक्ष की शुरुआत 10 सितंबर से होने जा रही है। पितृपक्ष में लोग अपने पितरों का पिंडदान करते हैं, उनकी आत्मा की शांति के लिए ब्राह्मण भोजन करवाते हैं। पितृपक्ष/Pitra Paksha में कौए का बेहद महत्व है, इन्हें यम का प्रतीक माना जाता है। श्राद्ध पक्ष में कौए को अन्न खिला कर पितरों को तृप्त किया जाता है। यदि पितृ पक्ष में घर के आंगन में कौआ आकर बैठ जाएं तो यह बेहद शुभ होता है और अगर कौआ दिया हुआ भोजन खा लें तो अत्यंत लाभकारी होता है।
श्राद्ध पक्ष में कौए को खाना खिलाना यानी पूर्वजों को खिलाने के बराबर है
पितृ पक्ष में कौए को खाना खिलाने से सभी तरह का संकट दूर होता है
कौए की स्वाभाविक मृत्यु नहीं होती हैं और नहीं बीमारी और वृद्धावस्था से
कहा जाता है कि कौए के मरने पर उसके बाकी साथी उस दिन भोजन नहीं करते हैं
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