Saptami Vrat 2022: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को रखा जाता है मुक्ताभरण सप्तमी व्रत। इस वर्ष 03 सितम्बर को रखा जायेगा ये व्रत। संतान सप्तमी या ललिता सप्तमी के नाम से भी प्रसिद्ध है ये व्रत
सप्तमी तिथि प्रारंभ: 02 सितम्बर, दोपहर 01:51 से सप्तमी तिथि समाप्त: 03 सितम्बर, दोपहर 12:28 तक मुक्ताभरण सप्तमी शुभ पूजा मुहूर्त: 03 सितम्बर, प्रातः 07:35 से सुबह 09:10 तकसंतान सप्तमी व्रत का ऐसे करें पूजा
इस दिन सुबह स्नान कर घर के मंदिर की साफ़-सफाई करें
व देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का कच्चे दूध व गंगाजल से अभिषेक करें
अब भगवान विष्णु व शिव-पार्वती जी की प्रतिमा पर पीले व सफ़ेद पुष्पों की माला चढ़ाएं
व श्री हरि विष्णु जी व श्री शिव-पार्वती जी से जुड़ा कोई भी पाठ पढ़ें
अंत में आरती उतारकर भोग अर्पित करें
व देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का कच्चे दूध व गंगाजल से अभिषेक करें
अब भगवान विष्णु व शिव-पार्वती जी की प्रतिमा पर पीले व सफ़ेद पुष्पों की माला चढ़ाएं
व श्री हरि विष्णु जी व श्री शिव-पार्वती जी से जुड़ा कोई भी पाठ पढ़ें
अंत में आरती उतारकर भोग अर्पित करें
मुख्य रूप से सुहागिन महिलाएं रखती हैं ये व्रत
इस व्रत/Vrat को रखने से निसंतान स्त्रियों को होती है संतान सुख की प्राप्ति
इस व्रत/Vrat को रखने से निसंतान स्त्रियों को होती है संतान सुख की प्राप्ति
संतान सप्तमी व्रत पुजा शुभ मुहुर्त जाननें के लिए आज का पंचांग/Today's Panchang पढे अथवा अपनी राशि की दैनिक राशिफल/Daily Horoscope पढने के लिए यहा क्लिक करें।
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