Surya Shashti Vrat: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को रखा जाता है सूर्य षष्ठी व्रत
इस वर्ष 02 सितम्बर को रखा जाएगा सूर्य षष्ठी व्रत
षष्ठी तिथि प्रारंभ: 01 सितम्बर, दोपहर 02:49 से
षष्ठी तिथि समाप्त: 02 सितम्बर, दोपहर 01:51 तक
सूर्य षष्ठी व्रत शुभ पूजा मुहूर्त: 02 सितम्बर, प्रातः 07:35 से सुबह 10:45 तक
सूर्य षष्ठी व्रत पर ऐसे करें सूर्यदेव की पूजा
इस दिन प्रातः सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान कर
इस दिन प्रातः सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान कर
तांबें के लोटे में जल भरकर उसमें लाल चंदन, रोली, गुड़ की डली व गेहूं के दाने मिलाएं
और 10 बार सूर्यदेव का मंत्र या गायत्री मंत्र बोलते हुए अर्घ्य अर्पित करें
सूर्यदेव की प्रतिमा या तस्वीर पर लाल पुष्पों की माला अर्पित कर धूप व दीप प्रज्वलित करें
इसके बाद लाल आसन पर बैठकर श्री आदित्य हृदय स्तोत्र या सूर्य चालीसा का पाठ करें
सूर्यदेव के किसी भी मंत्र का करें एक माला (108 बार) जाप
अंत में श्री सूर्यनारायण की आरती उतारकर उन्हें कोई भी लाल रंग का भोग अर्पित करें
और 10 बार सूर्यदेव का मंत्र या गायत्री मंत्र बोलते हुए अर्घ्य अर्पित करें
सूर्यदेव की प्रतिमा या तस्वीर पर लाल पुष्पों की माला अर्पित कर धूप व दीप प्रज्वलित करें
इसके बाद लाल आसन पर बैठकर श्री आदित्य हृदय स्तोत्र या सूर्य चालीसा का पाठ करें
सूर्यदेव के किसी भी मंत्र का करें एक माला (108 बार) जाप
अंत में श्री सूर्यनारायण की आरती उतारकर उन्हें कोई भी लाल रंग का भोग अर्पित करें
इस व्रत को रखने से दूर होते हैं सूर्य ग्रह से जुड़े सभी दोष
इस व्रत को रखने से समस्त रोग नष्ट होकर आरोग्यता की प्राप्त होती है
यह व्रत रखने से मिलती है आर्थिक तंगी व दरिद्रता से मुक्ति
इस व्रत/Vrat को रखने से होती है सुख-संपत्ति प्राप्त
यह व्रत रखने से मिलती है आर्थिक तंगी व दरिद्रता से मुक्ति
इस व्रत/Vrat को रखने से होती है सुख-संपत्ति प्राप्त
यदि आप सुर्य षष्ठी व्रत शुभ मुहुर्त जाननें के लिए आज का पंचांग/Today's Panchang पढे अथवा अपनी राशि की दैनिक राशिफल/Daily Horoscope पढने के लिए यहा क्लिक करें।
Comments
Post a Comment