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Showing posts with the label Hindu Calendar

Janmashtami 2022 - 18 या 19 अगस्त? कब है श्रीकृष्ण जन्माष्टमी

J anmashtami: भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है श्री कृष्ण जन्माष्टमी। इस वर्ष 18 अगस्त को रखा जाएगा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत/ Krishna Janmashtami इस पवित्र दिन पर जगतगुरु भगवान श्रीकृष्ण की करी जाती है पूजा। शास्त्रों के अनुसार अष्टमी तिथि व रोहिणी नक्षत्र/ Rohini Nakshatra में हुआ था भगवान कृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि प्रारंभ: 18 अगस्त, रात्रि 09:21 से. अष्टमी तिथि समाप्त: 19 अगस्त, रात्रि 10:59 तक. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी निशीथ काल शुभ पूजा मुहूर्त: 18 अगस्त, रात्रि 00:03 से 19 अगस्त रात्रि 00:47 तक इस पर्व पर बड़े धूमधाम व विधि-विधान से की जाती है बाल-गोपाल की पूजा। न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में भी रहती है श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम इस दिन भगवान कृष्ण के बाल-गोपाल रूप को भक्त झुलाते हैं झूला भक्तगण इस पर्व पर पूरी रात गाते हैं भगवान कृष्ण के भजन इन पर्व पर प्रेम व आनंद के देवता भगवान श्रीकृष्ण का पूजन करने से बढ़ता है दांपत्य प्रेम श्री कृष्ण जन्माष्टमी कहलाती है व्रतराज क्योंकि इसे माना जाता है सभी व्रतों का राजा घोर से घोर संकट टाल देता है श्री कृ

Kajari Teej 2022 - भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया

Teej Festival:  भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है कज्जली तृतीया। कजरी तीज/ Kajali Teej , बूढ़ी तीज व सातूड़ी तीज के नाम से भी प्रसिद्ध है यह पर्व। इस वर्ष 14 अगस्त को मनाई जाएगी कज्जली तृतीया तृतीया तिथि आरंभ : 14 अगस्त, रात्रि 00:54 से तृतीया तिथि समाप्त: 14 अगस्त, रात्रि 10:36 तक कज्जली तृतीया शुभ पूजा मुहूर्त: 14 अगस्त, प्रातः 09:08 से दोपहर 12:26 तक उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है यह पर्व   माँ पार्वती ने इस व्रत के प्रभाव से भोलेनाथ को पति रूप में किया था प्राप्त इसलिए इस व्रत में शिव-पार्वती की मुख्य रूप से की जाती है पूजा-अर्चना सुहागिन महिलाएं अपने सुहाग की रक्षा व पति की दीर्घायु के लिए रखती है यह व्रत कई स्थानों में कुंवारी कन्याएं भी उत्तम वर की प्राप्ति हेतु रखती है यह व्रत कुछ स्थानों पर निर्जला रखा जाता है कज्जली तृतीया का व्रत/ Kajrai Teej Vrat सुहागिन महिलाएं झूला झूलकर अपनी खुशियों को करती है व्यक्त कज्जली तीज पर ढ़ोलक, मंजीरे आदि के साथ गाए जाते हैं लोक गीत इस दिन गेहूं, जौ व चने के सत्तू में घी मि

Sawan Purnima 2022 - सावन पूर्णिमा का दिन क्यों माना जाता है शुभ

Purnima Vrat 2022: धार्मिक दृष्टि से श्रावण मास को माना जाता है बेहद महत्वपूर्ण। क्योंकि श्रावण मास है देवों के देव महादेव को समर्पित। श्रावण मास का प्रत्येक दिन होता है बेहद शुभ, मगर श्रावण पूर्णिमा को माना जाता है सबसे ज्यादा पवित्र। इस वर्ष 12 अगस्त को मनाई जाएगी श्रावणी पूर्णिमा श्रावणी पूर्णिमा प्रारंभ: 11 अगस्त, प्रातः 10:39 से श्रावणी पूर्णिमा समाप्त: 12 अगस्त, प्रातः 07:05 तक श्रावणी पूर्णिमा शुभ पूजा मुहूर्त: 12 अगस्त, प्रातः 07:28 से सुबह 10:47 तक भारत के विभिन्न भागों में इस दिन को अलग-अलग रूपों में मनाया जाता है पूर्वी भारत में इस दिन मनाया जाता है रक्षाबंधन का त्यौहार/ Rakshabandhan Festival और दक्षिण भारत में नरियाली पूर्णिमा इस दिन श्री हरि विष्णु व माँ लक्ष्मी जी की पूजा से प्राप्त होती है सुख-समृद्धि श्रावणी पूर्णिमा का व्रत/ Purnima Vrat रखने से दूर होते हैं चंद्र ग्रह के दोष इस पवित्र दिन पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से प्राप्त होता है आरोग्य श्रावणी पूर्णिमा पर चींटियों व मछलियों को दाना डालने से दूर होती है आर्थिक तंगी श्रावणी पूर्णिमा पर गौमाता को ह

Bhoum Pradosh Vrat - सावन में कब है दूसरा प्रदोष व्रत?

Pradosh Vrat 2022: हर महीने के शुक्ल व कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है प्रदोष व्रत। इस दिन की जाती है देवों के देव महादेव व माता पार्वती की पूजा। मंगलवार व प्रदोष व्रत/ Pradosh Vrat का संयोजन कहलाता है भौम प्रदोष व्रत। 09 अगस्त को रखा जाएगा भौम प्रदोष व्रत त्रयोदशी तिथि प्रारंभ: 09 अगस्त, शाम 05:46 से त्रयोदशी तिथि समाप्त: 10 अगस्त, दोपहर 02:16 तक. भौम प्रदोष व्रत शुभ पूजा मुहूर्त: शाम 07:06 से रात्रि 09:14 तक हर तरह के कर्जे से छुटकारा दिलाता है भौम प्रदोष व्रत भौम प्रदोष व्रत रखने से प्राप्त होती है आर्थिक समृद्धि इस दिन श्री हनुमान जी की पूजा से दूर होता है अशुभ मंगल दोष/ Mangalik Dosha इस दिन भगवान शिव व श्री हनुमान जी की चालीसा से मिलती है ऋणों से मुक्ति  भौम प्रदोष व्रत पर मंगल देव के 21 या 108 नामों का पाठ करने से मिलता है कर्ज से छुटकारा यदि आप अन्य किसी व्रत की जानकारी अथवा आज का पंचांग / Today's Panchang पढना चाहते है तो इस लिंक पर क्लिक करें

Raksha Bandhan 2022 - 11 अगस्त को मनाया जाएगा रक्षाबंधन

Raksha Bandhan: श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाता है रक्षाबंधन। इस वर्ष 11 अगस्त को मनाया जाएगा रक्षाबंधन रक्षाबंधन की तिथि : 11 अगस्त 2022 गुरुवार पूर्णिमा तिथि प्रारंभ : 11 अगस्त प्रातः 10 बजकर 39 मिनट से पूर्णिमा तिथि समाप्त : 12 अगस्त सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक रक्षाबंधन शुभ मुहूर्त: 11 अगस्त, रात्रि 08:53 से रात्रि 9:13 तक भाई-बहनों के पवित्र रिश्ते व प्रेम का प्रतीक है ये त्यौहार इस पवित्र पर्व पर भाई देते हैं बहनों को रक्षा का वचन शास्त्रीय भाषा में राखी को कहा जाता है रक्षा सूत्र वैदिक काल से ही रही है रक्षा सूत्र बांधने की परंपरा यज्ञ, युद्ध, धार्मिक अनुष्ठान के दौरान बांधा जाता था रक्षा सूत्र यही रक्षा सूत्र आगे चलकर भाई-बहन के प्रेम का बन गया प्रतीक इन पौराणिक कथाओं से जुड़ा है रक्षा बंधन का यह पवित्र पर्व रक्षाबंधन   से जुड़ी पौराणिक कहानियां एक प्राचीन कथा के अनुसार जब राजा बलि ने 110 यज्ञ पूर्ण किए. तब देवताओं को ये भय सताने लगा की कि वे स्वर्गलोक पर कब्ज़ा न कर लें. इसलिए सभी देवता स्वर्गलोक की रक्षा के लिए भगवान विष्णु के पास गए. तब भगवान विष्णु ब्राह्मण वेश धरकर राज

Kajari Teej - कजरी तीज के दिन सुहागिन महिलाएं भूल से भी ना करें ये काम

  यदि धरती पर कहीं धर्म, प्रेम और आस्था का संकलन है तो वह हमारा भारतवर्ष है। यहां पतिव्रता स्त्रियां अपने पति की लम्बी आयु व सुख समृद्धि के लिए आये दिन व्रत व तप करती रहती है। चाहे इसे पश्चिमी सभ्यता में रंगे नौजवान मात्र एक ढकोसला समझे पर असल में सच्चे मन व आस्था से किया गया जप व तप निश्चय ही मनवांछित परिणाम देता है। ऐसा ही एक त्यौहार है कजरी तीज जिसे महिलाएं अपने पति की सुख समृद्धि व लम्बी आयु की कामना के साथ रखती हैं। कजरी तीज / Kajaree Teej को कई नामों जैसे सातुड़ी तीज और भादो तीज से भी जाना जाता है। साल 2022 में कजरी तीज 14 अगस्त को पड़ रही है। आइयें जानते हैं कजरी तीज से जुडी हर एक जानकारी के बारे में - कजरी तीज 2022 की तिथि और शुभ मुहूर्त भारतीय हिंदू पंचांग/ Hindu Panchang के अनुसार, कजरी तीज भाद्रपद अर्थात भादो के महीने में कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। इस साल 2022 में इस तिथि की शुरुआत 13 अगस्त 2022 की आधी रात 12:53 बजे से होगी। और इसकी समाप्ति 14 अगस्त 2022 को रात के 10:35 मिनट पर होगी। कजरी तीज का व्रत रविवार, 14 अगस्त 2022 को रखा जाएगा।   कजरी तीज क्यों बना

Sawan 2022 - सावन के तीसरे सोमवार को इन राशियों पर होगा शिव की कृपा

Weekly Horoscope: There is a direct connection between Savan Month with Lord Shiva. The whole Savan month is considered pious and pure. But from all 12 signs, few get positive, while others get negative results . Let’s get the hint from the Weekly Horoscope and see what this week has in store for you Cancer You will enjoy your work and will get the reward for your hard work. Mid-week, your communication skills will improve, which will help you to enhance your career. Libra You will witness harmony in Family and business life. Throughout the week, you may indulge in spirituality, which will help you to attain peace. Scorpio You may face some health issues throughout the week. You may get a new business opportunity, but you won’t be able to get that one.

Nag Panchami 2022 - इस शुभ संयोग में करें नाग देवता की पुजा

Nag Panchami: श्रावण शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है नाग पंचमी। इस वर्ष 02 अगस्त को मनाई जाएगी नाग पंचमी पंचमी तिथि प्रारंभ : 02 अगस्त, प्रातः 05:13 से पंचमी तिथि समाप्त : 03 अगस्त, प्रातः 05:42 तक नाग पंचमी शुभ पूजा मुहूर्त : 02 अगस्त, प्रातः 05:43 से सुबह 08:25 तक सनातन संस्कृति में इस दिन है नागों की पूजा का विधान नाग पंचमी/ Nag Panchami पर भगवान शिव की भी की जाती विशेष पूजा-अर्चना नाग पंचमी पर नागों की पूजा से मिटता है कालसर्प दोष/ Kaalsarp Dosh अर्जुन के पौत्र व राजा परीक्षित के पुत्र थे जन्मजेय उन्होंने नाग वंश के विनाश के लिए किया था यज्ञ क्योंकि राजा परीक्षित की तक्षक नाग के काटने से हुई थी मृत्यु इस यज्ञ को ऋषि जरत्कारु के पुत्र आस्तिक मुनि ने रोका था उन्होंने श्रावण मास की पंचमी तिथि के दिन सर्पों को यज्ञ में जलने से बचाया था जलते हुए नागों के शरीर पर दूध की धार डालकर उन्होंने शीतलता की थी प्रदान नागों ने प्रसन्न होकर आस्तिक मुनि को दिया था वचन पंचमी तिथि के दिन जो भी नागों की पूजा करेगा उसे नहीं रहेगा नागदंश का भय इसके बाद ही शुरू हुई नाग पंचमी मनाने की परंपर

Hariyali Teej - इस हरियाली तीज पर बनने जा रहा है ये शुभ योग

श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है हरियाली तीज / Hariyali Teej इस वर्ष 31 जुलाई को मनाई जाएगी हरियाली तीज तृतीया तिथि प्रारम्भ : 31 जुलाई, रात्रि 03:00 से तृतीया तिथि समाप्त : 1 अगस्त, प्रातः 04:18 तक प्रातःकाल शुभ पूजा मुहूर्त : प्रातः 09:05 से दोपहर 12:27 तक सायंकाल शुभ पूजा मुहूर्त : शाम 07:13 से रात्रि 09:50 तक श्रावणी तीज व मधुश्रवा तीज के नाम से भी प्रसिद्ध है यह पर्व इस पर्व पर सुहागिन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए रखती हैं निर्जला व्रत वहीं कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की कामना के लिए रखती हैं यह व्रत भगवान शिव व माँ पार्वती के पुनर्मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है यह पर्व श्रावण मास/ Shravan Maas की तृतीया तिथि पर मां पार्वती ने तीज माता के रूप में लिया था अवतार इस दिन सुहागिन महिलाएं नए वस्त्र, चूड़ियाँ, हाथों में मेहंदी व पैरों में आलता धारण कर करती है माँ पार्वती की पूजा-अर्चना यदि आप किसी अन्य व्रत और त्योहार अथवा अपनी राशि की दैनिक राशिफल / Daily Horoscope पढना चाहते है तो इस लिंक पर क्लिक करें।

Weekly Horoscope - सावन के दूसरे सोमवार को इन राशियों पर होगी शिव जी की कृपा

These two signs will get Lord Shiva's blessings in the second week of Sawan Aries Positive placement planets are going to bless you with a lot of good results Singles are going to mingle Your previous investments are going to pay you good dividends Leo Will enjoy some quality time with your life partner You will get your stalled money Job Promotions and appraisals are waiting for you Virgo In terms of wealth and health, Negative results are waiting for you For a better career, try to opt for higher studies May face issues while selecting the best college for admission If uour sign is not here and you want read Daily Horoscope or Weekly Horoscope then click here.

Shravan Shivratri 2022 - श्रावण शिवरात्रि 2022 में कब है?

Masik Shivrtari:   श्रावण मासिक शिवरात्रि व्रत का कमाल, मचा देगा आपकी जिंदगी में धमाल श्रावण मास के कृष्णपक्ष की एकादशी/ Ekadashi को रखा जाता है यह व्रत इस वर्ष 26 जुलाई को रखा जाएगा श्रावण मासिक शिवरात्रि व्रत इस व्रत में निशीथ काल में किया जाता है देवाधिदेव महादेव का पूजन चतुर्दशी तिथि प्रारंभ: 26 जुलाई, शाम 06:47 से चतुर्दशी तिथि समाप्त: 27 जुलाई, रात्रि 09:12 तक श्रावण मासिक शिवरात्रि निशीथ काल शुभ पूजा मुहूर्त: 26 जुलाई, रात्रि 24:07 से रात्रि 24:49 तक श्रावण मासिक शिवरात्रि व्रत करने से दूर होती है चंद्र ग्रह दोष श्रावण मासिक शिवरात्रि व्रत करने से दूर होती है आर्थिक तंगी वैवाहिक समस्याओं को दूर करता है श्रावण मासिक शिवरात्रि व्रत इसलिए अविवाहित पुरुषों व स्त्रियों के लिए श्रावण मासिक शिवरात्रि व्रत है एक वरदान यदि आप अन्य किसी व्रत, त्योहार/Festivals अथवा अपनी राशि का दैनिक राशिफल / Daily Horoscope पढना चाहते है तो इस लिंक पर क्लिक करें।

Kamika Ekadashi 2022 - श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी

Ekadashi Vrat:   श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी कहलाती है कामिका एकादशी। 24 जुलाई को मनाई जाएगी कामिका एकादशी एकादशी तिथि प्रारंभ : 23 जुलाई, सुबह 11:27 से. एकादशी तिथि समाप्त : 24 जुलाई, दोपहर 01:46 तक पूजा शुभ मुहूर्त : 24 जुलाई, सुबह 07:20 से दोपहर 12:27 तक पारण मुहूर्त : 25 जुलाई, प्रातः 05:38 से सुबह 08:22 तक सुख-सौभाग्य व समृद्धि के द्वार खोल देती है कामिका एकादशी कामिका एकादशी पर श्री हरि विष्णु जी के पूजन से दूर होते हैं आर्थिक संकट इस एकादशी का व्रत/ Ekadashi Vrat रखने से दूर होती हैं पारिवारिक समस्याएं कामिका एकादशी का व्रत करता है समस्त पापों का नाश यदि आप अन्य किसी व्रत, त्योहार/ Festivals अथवा दैनिक राशिफल / Daily Horoscope की पढना चाहते है तो इस लिंक पर क्लिक करें।

Sawan Pradosh Vrat - 25 जुलाई को इस योग में करें शिव पूजा

Pradosh Vrat 2022:   श्रावण सोम प्रदोष व्रत का कमाल, कर जाएगा आपको रातों रात मालामाल। चंद्रमौलेश्वर भगवान शिव व माँ पार्वती की कृपा पाने के लिए किया जाता है यह व्रत। इस वर्ष 25 जुलाई को रखा जाएगा श्रावण सोम प्रदोष व्रत / Pradosh Vrat त्रयोदशी तिथि प्रारंभ : 25 जुलाई, शाम 04:16 से त्रयोदशी तिथि समाप्त : 26 जुलाई, शाम 06:47 तक प्रदोष व्रत शुभ पूजा मुहूर्त : 25 जुलाई, सांयकाल 07:17 से रात्रि 09:21 तक श्रावण सोम प्रदोष व्रत रखने से दूर होते हैं सारे कष्ट श्रावण सोम प्रदोष व्रत रखने से दूर होते हैं चंद्र ग्रह दोष श्रावण सोम प्रदोष व्रत रखने से मिटती है दरिद्रता श्रावण सोम प्रदोष व्रत रखने से मिलती है मानसिक शांति श्रावण सोम प्रदोष व्रत रखने से घर में आती है सुख-शांति व समृद्धि यदि आप अन्य किसी व्रत, त्योहार/ Festivals अथवा अपनी राशि की दैनिक राशिफल / Daily Horoscope पढना चाहते है तो, निचे दिऐ गए लिंक पर क्लिक करें।

Shravan Maas 2022 - श्रावण मास का बहुत अधिक महत्व

Sawan Mahina: सनातन संस्कृति में है श्रावण मास का बहुत अधिक महत्व। इस वर्ष 14 जुलाई से प्रारंभ हो रहा भोलेनाथ का पवित्र श्रावण मास। इस माह में देवों के देव महादेव की पूजा का है विशेष महत्व। श्रावण मास के समस्त सोमवारों में भगवान शिव का पूजन होता है बेहद कल्याणकारी। श्रावण मास के पहले सोमवार में ऐसे करें आशुतोष भगवान शिव की पूजा प्रथम सोमवार के दिन प्रातः जल्दी उठकर स्नान करें स्नान करके के बाद शुद्ध सफेद वस्त्र धारण करें अब घर के मंदिर की अच्छे से सफाई करें अब सभी देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का गंगाजल से अभिषेक करें भगवान शिव की प्रतिमा का दूध व गंगाजल से अभिषेक करें भगवान शिव को सफेद पुष्पों की माला व बेलपत्र अर्पित करें अब घर के मंदिर में धूप व दीप प्रज्वलित करें इसके बाद सफेद आसन पर बैठकर भगवान शिव का पाठ करें अंत में भगवान शिव को भोग लगाकर आरती उतारें यदि आप अपनी राशि की दैनिक राशिफल / Daily Horoscope अथवा पुजा शुभ मुहुर्त जानने के लिए आज का पंचांग / Today's Panchang इस लिंक पर क्लिक कर देखे।

Sawan 2022 - सावन में इन राशियों को मिलेगा शिव जी का विशेष आशीर्वाद

Sawan Mahina:   हिंदु मान्यता अनुसार सावन में शिव जी की विशेष पूजा-अर्चना करने से सभी कष्ट दूर होते है। इसके अलावा सावन के सोमवार को विधि-विधान से भगवान शिव की उपासना करने से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस साल श्रावण का पवित्र महीना 14 जुलाई से 12 अगस्त तक चलने वाला है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ राशियोंग को शिव जी विशेष कृपा प्राप्त होने वाली है वृषभ सावन में शिवजी की कृपा से हर काम में सफलता मिलेगी सेहत से जुड़ी परेशानियों का अंत होगा/ Health Astrology भोलेनाथ के आशीर्वाद से भाग्य में वृद्धि होगी लंबे समय के अटके हुए काम पूरे होंगे तुला करियर में सफलता मिलेगी/ Career Growth as per astrology नौकरी में पदोन्नति का तोहफा मिल सकता है आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर रहेगी आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी मिथुन मेहनत का पूरा फल प्राप्त होगा दांपत्य जीवन में जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा जॉब में तरक्की का योग बनेगा/ Job Promotion in birth chart आमदनी में बढ़ोतरी हो सकती है यदि आप अपनी राशि की दैनिक राशिफल / Daily Horoscope अथवा श्रावन मास की जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस लिंक पर क

Raksha Bandhan - 12 अगस्त को नहीं 11 अगस्त को मनाया जाएगा रक्षाबंधन

Raksha Bandhan: श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाता है रक्षाबंधन। इस वर्ष 12 अगस्त को नहीं 11 अगस्त को मनाया जाएगा रक्षाबंधन रक्षाबंधन की तिथि : 11 अगस्त 2022 गुरुवार पूर्णिमा तिथि प्रारंभ : 11 अगस्त प्रातः 10 बजकर 39 मिनट से पूर्णिमा तिथि समाप्त : 12 अगस्त सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक रक्षाबंधन शुभ मुहूर्त (दिल्ली के लिए): 11 अगस्त, रात्रि 08:53 से रात्रि 9:13 तक भाई-बहनों के पवित्र रिश्ते व प्रेम का प्रतीक है ये त्यौहार/ Festivals ,  इस पावन दिवस पर बहनें बांधती हैं भाइयों को राखी।  इस पवित्र पर्व पर भाई देते हैं बहनों को रक्षा का वचन।  शास्त्रीय भाषा में राखी को कहा जाता है रक्षा सूत्र।  वेद के संस्कृत शब्द रक्षा का अपभ्रंश है रक्षा सूत्र।  कालांतर में राखी नाम से प्रसिद्ध हो गया यह शब्द।  वैदिक काल से ही रही है रक्षा सूत्र बांधने की परंपरा।  यज्ञ, युद्ध, धार्मिक अनुष्ठान के दौरान बांधा जाता था रक्षा सूत्र।  प्राचीन समय में थी मौली या कलावा बांधने की परंपरा।  यही रक्षा सूत्र आगे चलकर भाई-बहन के प्रेम का बन गया प्रतीक।  इन पौराणिक कथाओं से जुड़ा है रक्षा बंधन/ Raksha Bandhan का यह प

Som Pradosh Vrat - सोम प्रदोष व्रत व सर्वार्थ सिद्धि योग

Som Pradosh Vrat: सोम प्रदोष व्रत व दुर्लभ सर्वार्थ सिद्धि योग का मेल, पलटकर रख देगा आपकी किस्मत का खेल देवों के देव महादेव व माता पार्वती से संबंधित है यह व्रत है बेहद महत्वपूर्ण| 11 जुलाई को रखा जाएगा सोम प्रदोष व्रत/ Pradosh Vrat त्रयोदशी तिथि प्रारंभ : 11 जुलाई, प्रातः 11:14 से त्रयोदशी तिथि समाप्त : 12 जुलाई, प्रातः 07:46 तक सर्वार्थ सिद्धि योग समय अवधि : 11 जुलाई, प्रातः 05:35 से सुबह 07:49 तक प्रातःकाल शिव पूजन शुभ मुहूर्त : 11 जुलाई, प्रातः 05:35 से सुबह 07:15 तक सांयकाल प्रदोष शुभ पूजा मुहूर्त : 11 जुलाई, शाम 07: 22 से रात्रि 09: 24 तक इस प्रदोष व्रत पर बन रहा दुर्लभ सर्वार्थ सिद्धि योग सोम प्रदोष व्रत व सर्वार्थ सिद्धि योग/ Yoga में शिव-पार्वती का पूजन करने के हैं अनेक लाभ इस व्रत को रखने से दूर होता है चंद्र ग्रह/ Lunar Eclipse से जुड़े दोष इस व्रत को रखने से दूर होती हैं आर्थिक समस्याएं इस व्रत को रखने से घर में आती है सुख-शांति व समृद्धि इस व्रत को रखने से होता है पापों का शमन यदि आप किसी त्योहार/ Festivals या अपनी राशि का दैनिक राशिफल/ Daily Horoscope पढना

Devshayani Ekadashi 2022 - कब है देवशयनी एकादशी?

Ekadashi 2022: आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है देवशयनी एकादशी। इस साल 10 जुलाई को मनाई जाएगी देवशयनी एकादशी। इस दिन से 4 महीने के लिए योग निद्रा में जाते हैं श्रीविष्णु जिस कारण चातुर्मास होता है आरंभ। इस दौरान नहीं किए जाते हैं कोई भी शुभ कार्य। कार्तिक मास की देवउठनी एकादशी/ Dev Utani Ekadashi से मांगलिक कार्य होते हैं आरंभ। चातुर्मास में थाली की बजाय पत्तल पर भोजन करना होता है शुभ इस मास में भूमि शयन करना होता है लाभकारी चातुर्मास में भगवान विष्णु की उपासना है फलदायी इस दौरान झूठ न बोलें इस दौरान न करें लड़ाई-झगड़ा चातुर्मास में तुलसी पूजन करें यदि आप एकादशी/ Ekadashi व्रत अथवा दैनिक राशिफल / Daily Horoscope पढने के लिऐ इस लिंक पर क्लिक करें।

Guru Purnima Festival - गुरु पूर्णिमा आषाढ़ का पर्व कब है

Guru Purnima 2022: आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है गुरु पूर्णिमा। गुरु व शिष्य के पवित्र संबंधों का पर्व है गुरु पूर्णिमा/ Guru Purnima इस वर्ष 13 जुलाई को मनाई जाएगी गुरु पूर्णिमा गुरु पूर्णिमा पूजन मुहूर्त : प्रातः 07:16 से सुबह 08:59 तक इस दिन हुआ था महाभारत के रचयिता महर्षि वेदव्यास जी का जन्म, इसलिए व्यास पूर्णिमा के नाम से भी प्रसिद्ध है गुरु पूर्णिमा। वेदों को विभाजित करने वाले व 18 पुराणों के रचयिता महर्षि वेदव्यास जी को माना जाता है जगत के प्रथम गुरु। गुरु पूर्णिमा पर महर्षि वेदव्यास जी की पूजा होती है बेहद कल्याणकारी। इस पवित्र दिवस पर गुरु के पूजन से मिलता है अनंत कोटि पुण्य फलो का लाभ। इस पर्व पर श्री विष्णु जी व माता लक्ष्मी जी के पूजन से पूर्ण होती है मनोकामनाएं। यदि आप किसि अन्य त्योहार/ Festivals या अपनी राशि का दैनिक राशिफल / Daily Horoscope पढना चाहते है तो इस लिंक पर क्लिक करें।

Vaibhav Laxmi Vrat - वैभव लक्ष्मी व्रत में कुछ खास नियमों का रखे ध्यान

Vaibhav Lakshmi Vrat: वैभव लक्ष्मी व्रत करने से हर मनोकामना होगी पूर्ण, लेकिन इन चीजों के बिना अधूरी रहेगी पूजा। हिंदू धर्म में मां लक्ष्मी को धन की देवी माना गया है। लक्ष्मी माता के अलग अलग स्वरूपों जैसे गज लक्ष्मी, संतान लक्ष्मी और वैभव लक्ष्मी को पुजते है। मान्यता है कि शुक्रवार/ Friday Fast के दिन मां वैभव लक्ष्मी की पूजा और व्रत करने से धन, शिक्षा, व्यापार आदि सभी से जुड़ी मनोकामनाओं पुर्ण होती है। लेकिन इस व्रत में कुछ खास नियमों का रखे ध्यान मां वैभव लक्ष्मी का व्रत पूरी श्रद्धा और भक्ति भाव से करे व्रत की विधि प्रारंभ करने से पूर्व लक्ष्मी स्तवन का पाठ करें व्रत शुरू करने से पहले 11 या 21 शुक्रवार तक व्रत रखने का संकल्प ले मां वैभव लक्ष्मी के व्रत में सफेद मीठी चीज का भोग लगाएं वैभव लक्ष्मी की तस्वीर के सामने मुट्ठी भर चावल रखकर उस पर पानी से भरा कलश स्थापित करें और कलश के ऊपर कटोरी रखकर उसमें कोई सोने या चांदी का आभूषण रखे यदि आप किसि अन्य व्रत व त्योहार/ Festivals का जानकारी प्राप्त करना चाहते है या आज का पंचांग / Today's Panchnag पढना चाहते है तो इस लिंक पर क्लिक करे